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Written By WD

कैसे रखें अपने दिल का ख्याल?

कैसे रखें अपने दिल का ख्याल? -
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हाल ही में नारायण हृदयालय, बैंगलोर के प्रसिद्ध हृदय विशेषज्ञ डॉ. देवी शेट्टी से हृदय संबंधी रोगों के बारे में विभिन्‍न प्रश्‍न किए गए। इन प्रश्‍नों से उत्‍तरों के साथ कई हृदय रोगों से संबंधी कई रोचक तथ्‍य सामने आए और कई इनसे संबंधित कई भ्रांतियों के संबंध में उपयुक्‍त सुझाव प्राप्‍त हुए। प्रस्‍तुत है, डॉ. शेट्टी से चर्चा का एक अंश :


प्रश्‍न: एक सामान्‍य व्‍यक्‍ति के लिए अपने हृदय की सुरक्षा के लिए क्‍या उपाय हैं?
उत्‍तर : 1. भोजन - कार्बोहाइड्रेट्स, अधिक प्रोटीन और कम तेल 2. व्‍यायाम - सप्‍ताह में कम से कम पांच दिन तकरीबन आधे घंटे टहलना, लिफ्ट का उपयोग कम से कम करें और ज्‍यादा देर तक एक स्‍थान पर नहीं बैठें
3. धूम्रपान का त्‍याग करें
4. शरीर के भार को नियंत्रित रखें
5. ब्‍लड शुगर और कोलेस्‍ट्रोल को नियंत्रित रखें

प्रश्‍न : क्‍या नॉनवेज फूड (मछली) हृदय के लिए अच्‍छा है?
उत्‍तर: नहीं

प्रश्‍न : कभी-कभी यह सुनकर हमें आश्‍चर्य होता है कि किसी स्‍वस्‍थ दिखने वाले मनुष्‍य को हार्ट अटैक आ जाता है। इस बारे में हम क्‍या समझें?
उत्‍तर: इसे साइलेंट अटैक कहते हैं; इसीलिए हम 30 वर्ष से अधिक उम्र वाले प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति से नियमित चैकअप कराने की बात कहते हैं।

प्रश्‍न : क्‍या हृदय रोग वंशानुगत होते हैं?
उत्‍तर: जी हां

प्रश्‍न : किन परिस्‍थितियों में हृदय पर तनाव बढ़ जाता है? इनसे बचने के लिए हमें क्‍या उपाय करना चाहिए?
उत्‍तर: जीवन के बारे में अपने विचारों को बदलें। जीवन में स‍बकुछ आपके अनुसार होगा ऐसा न सोचें।

प्रश्‍न : क्‍या जॉगिंग की अपेक्षा टहलना बेहतर व्‍यायाम है या हृदय को स्‍वस्‍थ रखने के लिए कड़ा व्‍यायाम आवश्‍यक है?
उत्‍तर: जॉगिंग की अपेक्षा टहलना बेहतर व्‍यायाम है, क्‍योंकि जॉगिंग से ज्‍यादा थकान और जोड़ों को क्षति पहुंचने की संभावना होती है।

प्रश्‍न : आपने गरीब और ज़रूरतमंदों के लिए काफी कुछ किया है। ऐसा करने की प्रेरणा आपको कहां से मिली?
उत्‍तर: मदर टेरेसा, जो मेरी पेशेंट रही हैं।

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प्रश्‍न : क्‍या कम ब्‍लडप्रेशर वाले लोग हृदय संबंधी रोगों से ग्रसित हो सकते हैं?
उत्‍तर: बेहद ही कम।

प्रश्‍न : क्‍या कोलेस्‍ट्रोल कम आयु से ही संचित होना शुरु हो जाता है (मैं केवल 22 वर्षीय हूं) या आपको इसकी चिंता 30 वर्ष की आयु के बाद ही करनी होती है?
उत्‍तर: कोलेस्‍ट्रोल का स्‍तर बचपन से ही बढ़ना शुरु हो जाता है।

प्रश्‍न : खानपान की अनियमित आदतें किस तरह आपके हृदय को प्रभावित कर सकती हैं ?
उत्‍तर: खानपान की आदतें अनियमित होने के दौरान आप जंक फूड खाते हैं जिससे आपका पाचन तंत्र गड़बड़ हो जाता है। और अधिक कोलेस्‍ट्रोल संचित करता है।

प्रश्‍न : बिना किसी दवा का उपयोग किए मैं कोलेस्‍ट्रोल को कैसे नियमित रख सकता हूं?
उत्‍तर: खानपान की आदतों को नियमित करें, टहलें और अखरोट का सेवन करें।

प्रश्‍न : हृदय के लिए सबसे अच्‍छा और सबसे नुकसानदेह भोजन क्‍या है?
उत्‍तर: फल और सब्‍जियां सबसे बेहतर हैं और तेल सबसे अधिक नुकसानदेह है।

प्रश्‍न : कौन सा तेल सबसे बेहतर है - मूंगफली, सूरजमुखी या जैतून?
उत्‍तर: सभी तेल नुकसानदेह हैं।

प्रश्‍न : हमें किस तरह के नियमित चैकअप करवाने होते हैं? क्‍या कोई विशेष परीक्षण होता है?
उत्‍तर: सामान्‍य ब्‍लड टेस्‍ट, कोलेस्‍ट्रोल टेस्‍ट, और ब्‍लड प्रेशर टेस्‍ट और ट्रेडमिल टेस्‍ट।

प्रश्‍न : हार्ट अटैक आने पर सबसे पहले क्‍या कदम उठाए जाएं?
उत्‍तर: व्‍यक्‍ति को लेटने में सहायता करें, रोगी में मुंह में कोई एस्‍प्रिन टेबलेट रखें या कोई सोब्रिट्रेट गोली दें (यदि उपलब्‍ध हो), और जल्‍द से जल्‍द उसे किसी कोरोनरी केयर यूनिट में ले जाएं, क्‍योंकि पहले एक घंटे में ही हार्ट अटैक की अधिकतम रोकथाम संबंधी उपाय किए जाते हैं।

प्रश्‍न : हृदय रोग और पेट से संबंधित दर्द के मध्‍य अंतर कैसे समझा जा सकता है?
उत्‍तर: ईसीजी परीक्षण के बिना बेहद मुश्‍किल।

प्रश्‍न : युवाओं में तेज़ी से बढ़ती हृदय समस्‍याओं का कारण क्‍या है? हम 30-40 वर्षीय लोगों में हृदय की गंभीर समस्‍याएं देखते हैं
उत्‍तर: बढ़ते तनाव ने इस समस्‍या को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा गतिहीन जीवनशैली, धूम्रपान, जंक फूड और व्‍यायाम की कमी इस समस्‍या को बढ़ावा देते हैं। भारतीयों में हृदय रोगों का खतरा यूरोप या अमेरिका की तुलना में तीन गुना अधिक होता है।

प्रश्‍न : क्‍या ऐसा हो सकता कि किसी व्‍यक्‍ति का ब्‍लडप्रेशर सामान्‍य ब्‍लडप्रेशर की सीमा 120/80 से अधिक हो और फिर भी वह संपूर्ण स्‍वस्‍थ हो?
उत्‍तर : जी हां।

प्रश्‍न : नज़दीकी संबंधियों में विवाह से बच्‍चे में हृदय रोग की समस्‍या हो सकती है। क्‍या यह सच है?
उत्‍तर : जी हां, सह-रक्‍तिमता से बच्‍चे में जन्‍मजात विकृति हो सकती है।

प्रश्‍न : हम में से अधिकांश लोगों की दिनचर्या अनियमित होती है और कई बार हमें ऑफिस में देर रात तक रूकना होता है। क्‍या इससे हृदय पर प्रभाव पड़ता है? आप क्‍या सावधानियां बताना चाहेंगे?
उत्‍तर : जब आप युवा होते हैं, तो आप आपका शरीर स्‍वत: इन परेशानियों से लड़ने में सक्षम होता है लेकिन जब आपकी उम्र बढ़ने लगती है तब आपके शरीर पर इन चीज़ों का प्रभाव पड़ता है।

प्रश्‍न : क्‍या तनाव-रोधक दवाएं कुछ अन्‍य (लघु/दीर्घकालिक समस्‍याएं) पैदा कर सकती हैं?
उत्‍तर : जी हां, अधिकांश दवाओं के साइड इफेक्‍ट्स होते हैं। हालांकि आधुनिक तनावरोधी दवाएं सुरक्षित हैं।

प्रश्‍न : क्‍या कॉफी/चाय के अधिक सेवन से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है?
उत्‍तर : नहीं।

प्रश्‍न: क्‍या अस्‍थमा के मरीज़ों को हार्ट अटैक का ज्‍यादा खतरा होता है?
उत्‍तर : नहीं।

प्रश्‍न: जंक फूड की परिभाषा आप क्‍या देंगे?
उत्‍तर : तला भोजन जैसे केंटकी, मैकडॉनल्‍ड, समोसे और यहां तक कि मसाला डोसा।

प्रश्‍न: आपने बताया कि भारतीयों में हृदय रोगों का खतरा यूरोप या अमेरिका की तुलना में तीन गुना अधिक होता है। जबकि वे लोग हमसे अधिक जंक फूड का सेवन करते हैं। ऐसा क्‍यों?
उत्‍तर: प्रत्‍येक वंश या प्रजाति में कुछ विशिष्‍ट बीमारियों का खतरा होता है, दुर्भाग्‍यवश भारतीयों में हृदय रोग का खतरा अधिक होता है।

प्रश्‍न: क्‍या केले खाने से तनाव में कमी आती है?
उत्‍तर: नहीं।

प्रश्‍न: क्‍या हृदयघात के समय रोगी खुद की सहायता के लिए कुछ कर सकता है (इस बारे में हमें कई प्रश्‍न प्राप्‍त हुए हैं)?
उत्‍तर: जी हां। आराम से लेट जाएं और मुंह में एस्‍प्रिन की गोली रख लें या किसी से आपको तुरंत किसी नज़दीकी कोरोनरी केयर यूनिट ले जाने के लिए कहें। उनसे किसी एंबुलेंस आदि की प्रतीक्षा किए बिना जल्‍द ही हॉस्‍पिटल पहुंचाने के लिए कहें।

प्रश्‍न: क्‍या निम्‍न व्‍हाइट ब्‍लड सेल या रेड ब्‍लड सेल के कारण हृदय संबंधी समस्‍याएं उत्‍पन्‍न हो सकती हैं?
उत्‍तर: जी नहीं। लेकिन सामान्‍य हीमोग्‍लोबिन स्‍तर से आपके शरीर में व्‍यायाम करने की क्षमता बनी रहती है।

प्रश्‍न: कभी-कभी व्‍यस्‍त दिनचर्या के कारण हमें व्‍यायाम का समय नहीं मिल पाता है, तो क्‍या रोज़ाना के काम-काज के दौरान टहलना, सीढि़यों पर चढ़ना आदि क्‍या व्‍यायाम का विकल्‍प बन सकता है?
उत्‍तर : बेशक। लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने से बचने और बार-बार घूमने या टहलने से भी आपके हृदय को खतरे से बचाया जा सकता है।

प्रश्‍न: क्‍या हृदय समस्‍याओं और ब्‍लड शुगर में कोई संबंध है?
उत्‍तर: जी हां। अधिक डायबिटीज़ से पीडि़त व्‍यक्‍ति को हृदय समस्‍याओं का अधिक खतरा होता है।

प्रश्‍न: हृदय के ऑपरेशन के बाद किस तरह की सावधानियां बरती जानी चाहिए?
उत्‍तर : भोजन, व्‍यायाम, समय पर दवाइयां, निय‍ंत्रित कोलेस्‍ट्रोल, ब्‍लडप्रेशर और भार।

प्रश्‍न: क्‍या रात की शिफ्ट में काम करने वाले लोगों में दिन में काम करने वाले लोगों की अपेक्षा हृदय रोगों का खतरा अधिक होता है?
उत्‍तर : नहीं।

प्रश्‍न: आधुनिक एंटी-हायपरटेंसिव दवाएं क्‍या हैं?
उत्‍तर: आपकी समस्‍या के अनुसार डॉक्‍टर आपको दवाओं की सलाह देते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि इन दवाओं से बचना चाहिए। और इसके स्‍थान पर टहले, नियमित भोजन शैली और जीवनचर्या के तरीकों में परिवर्तन करना चाहिए।

प्रश्‍न: क्‍या डिस्‍प्रिन या ऐसी अन्‍य दर्द निवारक गोलियां हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती हैं?
उत्‍तर : नहीं।

प्रश्‍न: पुरूषों में हृदयघात का खतरा महिलाओं की अपेक्षा अधिक क्‍यों होता है?
उत्‍तर: 45 वर्ष की आयु तक प्रकृति महिलाओं की इससे रक्षा करती है। (वर्तमान वैश्‍विक गणना के अनुसार यह पाया गया कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हृदय रोगों का खतरा अधिक तीव्रता से बढ़ा है)

प्रश्‍न: हृदय को कैसे स्‍वस्‍थ रखा जा सकता है?
उत्‍तर: स्‍वास्‍थ्‍यकारी भोजन लें, जंक फूड से बचें, नियमित व्‍यायाम करें, धूम्रपान से बचें और 30 वर्ष की आयु के बाद नियमित चैकअप करवाएं ( छ: माह में एक बार अनुशंसित है)