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Written By WD

ब्रेडमैन : बस नाम ही काफी है

ब्रेडमैन : बस नाम ही काफी है -
-अजय बर्वे

साधाराणत: डॉन के नाम से जाना जाने वाला यह व्‍यक्तित्‍व क्रिकेट के इतिहास का वह चमचमाता सितारा है जो तब तक जिन्‍दा रहेगा, जब तक इस धरती पर क्रिकेट खेला जाएगा।

सर डॉन ब्रेडमैन ऑस्‍ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के बल्‍लेबाज थे, लेकिन उन्‍हें विश्‍व क्रिकेट में अब तक का सबसे महान बल्‍लेबाज माना जाता है। उनका टेस्‍ट क्रिकेट में 99.94 का औसत टेस्‍ट क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज का सर्वश्रेष्‍ठ औसत है।

ब्रेडमैन का जन्‍म 27 अगस्‍त 1908 को को कुटामंन्‍द्रा न्‍यू साउथवेल्‍स, ऑस्ट्रेलिया में हुआ और 25 फरवरी 2001 को क्रिकेट का यह सितारा इस दुनिया से चला गया। द्वितीय विश्‍व युद्ध के बाद 1946 में उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान के रूप फिर क्रिकेट में वापसी की और उनकी टीम को इंग्‍लैड के रिकॉर्ड तोड़ दौरे के बाद 'द इनविजिबल' के नाम से पहचाना जाने लगा।

उनकी महानता इस बात से भी सिद्ध होती है कि उनकी तस्‍वीर वाले सिक्‍के और स्‍टाम्‍प भी ऑस्‍ट्रेलिया सरकार द्वारा बनाए गए तथा ब्रेडमैन ऑस्‍ट्रलिया के पहले ऐसे व्‍यक्ति थे, जिनके जीवनकाल में ही उन्‍हें समर्पित एक संग्रहालय बनाया गया।

19 साल की उम्र में सर ब्रेडमैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया और अपने पहले मैच में ही उन्‍होंने 118 रन बनाकर अपना पहला शतक मारा जो बाद में उनका ट्रेडमार्क बन गया। सिर्फ 10वाँ प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले ब्रेडमैन ने अपना पहला टेस्‍ट 30 नवंबर 1928 में इंग्‍लैंड के व‍िरुद्ध खेला लेकिन वे पहली पारी में जल्‍द ही आउट हो गए। इसके बाद उनकी पूरी टीम मात्र 66 रनों पर आउट हो गई और मैच 675 रनों से हार गई जो की आज भी एक टेस्‍ट रिकॉर्ड है। इसके बाद तीसरे टेस्‍ट में उन्‍होंने वापसी की और पहली पारी में 112 रन बनाए और इसके साथ ही वे टेस्‍ट शतक बनाने वाले सबसे युवा बल्‍लेबाज बने। सर बेडमैन अपने क्रिकेट करियर में एकमात्र बार रन आउट हुए।

1930 में एशेज सिरीज के लिए इंग्‍लैंड दौर पर ब्रेडमैन ने वर्सेस्‍टर के विरुद्ध 236 रन बनाकर अपना दौरा शुरू किया और मई के अंत तक 1000 रन अपने नाम किए और ऐसा करने वाले विश्‍व के चौथे और ऑस्‍ट्रलिया के पहले बल्‍लेबाज बने। इंग्‍लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्‍ट में उन्‍होंने शानदार बल्‍लेबाजी करते हुए लॉर्ड्स के मैदान पर 254 रन बनाए और टीम को मैच जिताया। बाद में उन्‍होंने इसे अपने करियर की सर्वश्रेष्‍ठ पारी कहा।

सर ब्रेडमैन के नाम रिकॉर्ड की कोई कमी नहीं है। जैसे एसएनजी मैदान पर एक ही दिन में 300 से ज्‍यादा रन बनाने का रिकॉर्ड, उसके अलावा प्रथमश्रेणी क्रिकेट में 452 रन बनाने का विश्‍व रिकॉर्ड, भारत के विरुद्ध खेलते हुए प्रथमश्रेणी क्रिकेट में 100 शतक पूरे करने का रिकॉर्ड प्रमुख है।

एक शेफील्‍ड श‍िल्‍ड मैच में विक्‍टोरिया टीम के खिलाफ उनके नाबाद 340 रन एससीजी मैदान पर एक रिकॉर्ड था।

इंग्‍लैंड के कप्‍तान डगलस जार्डिन को पता था कि सर ब्रेडमैन को बाउंसर खेलने में परेशानी होती है और इस रन मशीन को रोकने के लिए बॉडी लाइन गेंद ईजाद की गई। सभ‍ी को उम्‍मीद थी कि ब्रेडमैन इस गेंद को भी खेल लेंगे, लेकिन जब वे दूसरे टेस्‍ट में एमसीजी मैदान पर रिकॉर्ड 63,993 लोगों के सामने खेलने उतरे तो उन्‍हें लगा कि पहली गेंद ही बॉडी लाइन होगी और वे उसे हुक शॉट खेलने के लिए हटे लेकिन गेंद उस ऊँचाई पर नहीं आई, जिसका उन्‍हें अनुमान था और वे आउट
हो गए। इसे क्रिकेट जगत में 'द फेमस डक' भी कहा जाता है।

उन्‍होंने ने अपना 100वाँ प्रथम श्रेणी शतक भारत के खिलाफ लगाया जब भारतीय टीम 1947-48 में ऑस्‍ट्रेलिया दौर पर गई थी। वे यह रिकॉर्ड बनाने वाले पहले ऑस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ी बने।

अंतिम टेस्‍ट से पहले उनका औसत 101.09 था, लेकिन वे जब अपना अंतिम मैच खेलने उतरे तो वे कोई रन नही बना पाए और उनका टेस्‍ट क्रिकेट में औसत 99.94 का रह गया यदि वे 4 रन और बना लेते तो उनका औसत 100 हो जाता। मैच के बाद उन्हें आउट करने वाले इंग्लिश गेंदबाज हॉलिस ने कहा कि यदि उन्हें पता होता कि 100 रनों की औसत के लिए ब्रेडमैन को 4 रन चाहिए तो शायद मैं उन्हें आउट नहीं करता। क्रिकेट को जानने वाला हर शख्स ब्रेडमैन का दिल से सम्मान करता है।

प्रथम श्रेणी:
मैच: 234, पारी: 338, नाबाद: 43, रन: 28067, सर्वाधिक रन: 452 नाबाद, औसत: 95.14, शतक: 117, अर्द्धशतक: 69

टेस्‍ट :
मैच: 52, पारी: 80, नाबाद: 10, रन: 6996, सर्वाधिक रन: 334, औसत: 99.94, शतक: 29, अर्द्धशतक: 13