भाजपा अधिवेशन में गाय और बैल!
भाजपा ने बुधवार को यहाँ शुरू हुए अपने तीन दिवसीय अधिवेशन स्थल पर गाँव का प्रभाव पैदा करने के लिए जगह-जगह छप्पर डालकर गायें बाँध रखी हैं, बैलों के गले में घंटियाँ बाँधकर उनसे रहट चलवाया जा रहा है और प्रतिनिधियों को नाश्ते में भुट्टे, गाजर और मूली आदि दी जा रही हैं।भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस बार परिवर्तन के रूप में भाजपा प्रतिनिधियों को ग्रामीण अंचलों का अहसास कराने के लिए ऐसा किया गया है।1300
तंबुओं के इस अधिवेशन स्थल में घुसते ही गले में घंटी बँधे बैल प्रतीकात्मक तौर पर रहट चलाते दिखाए गए हैं, जबकि हकीकत में वहाँ कोई कुआँ नहीं है और टिल्लू पंप से पानी खींचा जा रहा है। उसके कुछ ही दूर पर एक छप्पर डाला गया है, जहाँ चार-पाँच गाएँ और उनके बछड़े बँधे। इसी बहाने इन गायों को खूब अच्छे फल-फ्रूट खाने को मिल रहे हैं।तंबुओं की गलियों में प्रतिनिधियों को भुट्टे भूनकर खिलाए जा रहे हैं। गाँव का ही आभास देने के लिए हर तंबू में फर्श की गोबर से लिपाई की गई है। अधिवेशन के मुख्य स्थल ‘प्यारेलाल खंडेलवाल सभागार’ में आज जब अधिवेशन शुरू हुआ तो उसमें उपस्थित पाँच हजार भाजपा प्रतिनिधियों को नाश्ते में समोसे और कचौड़ी की बजाय गाजर और मूलियाँ थमा दी गईं। इसके साथ ही लाई-मुरमुरे की पट्टी भी दी गई। अधिकतर प्रतिनिधि हाथ में मूली गाजर दिए जाने पर हँसते नजर आए।सभागार के चारों तरफ 15 दिन पहले ही गेहूँ और सरसों भी बोया गया है। गेहूँ और सरसों के बीज हरियाणा से विशेष रूप से मँगाए गए हैं। ये खास बीज हैं, जिनसे 15 दिन के अंदर ही सरसों के फूल और गेहूँ की बालियाँ निकल आती हैं। (भाषा)