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Mercury transit in Capricorn : मकर राशि में बुध का प्रवेश, 12 राशियों पर होगा खास असर

Mercury transit in Capricorn : मकर राशि में बुध का प्रवेश, 12 राशियों पर होगा खास असर - Mercury transit in Capricorn
ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 4 फरवरी को रात्रि 10 बजकर 38 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। 
 
मकर राशि में ही गोचर करते हुए ये 21 फरवरी की सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर मार्गी होंगे और 11 मार्च को दोपहर 12 बजकर 28 पर पुनः कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। किसी भी ग्रह के वक्री होने का तात्पर्य है जातक से मुंह फेर लेना, उल्टा चलना, स्वभाव के विपरीत काम करना और जिस कार्य को सुचारू रूप से चला रहे थे उसमें बाधाएं डालना या उस ग्रह से संबंधित कार्य व्यापार का शिथिल पड़ जाना आदि आदि। 
 
इनके वक्री होने के परिणामस्वरूप नेताओं में आपसी आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो जाएगा और एक दूसरे के प्रति उनकी भाषा अभद्रता की सभी सीमाएं लांघ जाएगी। मिथुन एवं कन्या राशि के स्वामी बुध, कन्या राशि में ही उच्चराशिगत तथा मीन राशि में नीच राशिगत संज्ञक माने गए हैं। 
 
मेष राशि
आपकी राशि से लाभभाव में वक्री होने के कारण बुध धन आगमन में कुछ बाधाएं पैदा करेंगे। इस समय में आप किसी को भी धन उधार भी देंगे तो वह समय पर नहीं मिलेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा भाइयों से मतभेद हो सकता है। विद्यार्थियों को शिक्षा-प्रतियोगिता में आशातीत सफलता मिलेगी। इसलिए बड़ी कामयाबी के लिए थोड़ा और प्रयास करें। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग। 
 
वृषभ राशि
राशि से कर्मभाव में वक्री बुध कार्य व्यापार में थोड़ी बाधाएं ला सकते हैं। हो सकता है जितना मेहनत करें उतना पारितोषिक आपको ना मिले। उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें और भावनाओं में बहकर कोई भी निर्णय न लें। जमीन-जायदाद से जुड़े कार्यो का निपटारा होगा। मकान वाहन के क्रय से संबंधित संकल्प भी पूर्ण हो सकता है। माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मित्रों तथा संबंधियों के द्वारा कोई अप्रिय समाचार मानसिक अशांति दे सकता है।
 
मिथुन राशि
राशि से भाग्य भाव में वक्री हुए बुध धर्म-कर्म के मामलों में कुछ उदासीनता ला सकते हैं फिर भी विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए किया गया आवेदन सफल रहेगा। साहस पराक्रम की वृद्धि होगी और आपके द्वारा लिए गए निर्णय तथा किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विदेशी नागरिकता के लिए किया गया आवेदन कुछ और समय ले सकता है। तरक्की के मामलों में थोड़ा इंतजार करना ही होगा। प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए अधिक मेहनत करने का समय है।
 
कर्क राशि
राशि से अष्टमभाव में वक्री बुध स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेंगे। चर्म रोग और दवाओं के रिएक्शन से तो बचना ही पड़ेगा। हड्डियों से संबंधित चोटों से भी सावधान रहना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र में झगड़े विवाद से दूर रहें बेहतर रहेगा। कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। इन सबके बावजूद आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद और किसी महंगी वस्तु का क्रय कर सकते हैं।
 
सिंह राशि
राशि से सप्तमभाव में वक्री बुध मिलाजुला फल देंगे। आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। कार्य व्यापार में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। दैनिक व्यापारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा, किंतु यह अवधि साझा व्यापार करने से बचने की है। शादी विवाह से संबंधित वार्ता में भी थोड़ा और विलंब हो सकता है। ससुराल पक्ष से मतभेद न पैदा होने दें। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित पड़े हुए कार्य को कुशल रणनीति के तहत निपटाएं अन्यथा और विलंब होगा।
 
कन्या राशि
राशि से शत्रु भाव में गोचर करते हुए बुध गुप्त शत्रुओं की वृद्धि करेंगे। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा। अपनी योजनाओं तथा रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो सफल रहेंगे। किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में ना दें अन्यथा हानि की संभावना रहेगी। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। विदेशी कंपनियों में नौकरी तथा नागरिकता के लिए किया गया आवेदन सफल रहेगा।
 
तुला राशि
राशि से पंचम भाव में गोचर करते हुए बुध का वक्री होना विद्यार्थियों के लिए एक अलग तरह की चुनौती देगा। जब तक बुध वक्री रहेंगे आपको पढ़ाई में और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी ताकि परीक्षा में अच्छे अंक आ सकें। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग हैं। प्रेम संबंधी मामलों में भी विवाद और उदासीनता न आने दें। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा भाइयों से मतभेद दूर होंगे। आय के साधन बढ़ेंगे, आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
 
वृश्चिक राशि
राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए बुध सामान्य फलदायक ही रहेंगे क्योंकि, इस भाव में ये वैसे भी उदासीन रहते हैं। पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है। माता-पिता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का क्रय भी करना चाह रहे हों तो उसके लिए भी समय अनुकूल रहेगा। यात्रा सावधानीपूर्वक करें सामान चोरी होने से बचाएं। अपनी ऊर्जा शक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य करें।
 
धनु राशि
राशि से पराक्रम भाव में वक्री बुध का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। यद्यपि अपने साहस और पराक्रम के बलपर आप कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे किंतु कई बार आलस्य की अधिकता रहेगी जो नुकसान दे सकती है। इसके प्रति चिंतनशील रहें। भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें। धर्म-कर्म में गहरी रूचि रहेगी सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस के लिए आवेदन करना या विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करना सफल रहेगा।
 
मकर राशि
राशि से धनभाव में वक्री हुए बुध आपकी भाषा शैली में कठोरता ला सकते हैं अपनी जिद एवं आवेश को नियंत्रित रखते हुए कार्य करेंगे तो पूर्णतः सफल रहेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का क्रय भी करना चाह रहे हों तो संकल्प पूर्ण होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। गुप्त शत्रुओं से बचें और कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी होगी। परिवार में अलगाववाद की स्थिति न आने दें।
 
कुंभ राशि
आपकी राशि में वक्री हुए बुध कहीं न कहीं मानसिक रूप से परेशान करेंगे हो सकता है पारिवारिक कुछ कलह का भी सामना करना पड़े किंतु इसे ग्रह योग समझकर बहने ना दें। कार्य बाधाएं भी आएंगी लेकिन कुछ काल के बाद वह स्वतः हल होती जाएंगी। विद्यार्थियों अथवा प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए वक्री बुध अनुकूल परिणाम दिलाने वाले रहेंगे। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल हैं। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के योग।
 
मीन राशि
राशि से हानि भाव में गोचर करते हुए बुध अत्यधिक भागदौड़ और खर्च का सामना करवाएंगे जिसके परिणामस्वरुप आर्थिक मंदी भी आ सकती है, सावधान रहें। विवाह संबंधित वार्ता में थोड़ा और विलंब हो सकता है। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित पड़े कार्य कुछ परेशानी के बाद हल होंगे। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी नागरिकता के लिए किया गया आवेदन भी सफल रहेगा। झगड़े विवाद से भी दूर रहें और कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही सुलझाएं।
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