अप्रैल 2015 : माह के शुभ-अशुभ योग....
जानिए अप्रैल माह के कार्य-सिद्धि योग
सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होने के कारण 'कार्य-सिद्धि या शुभाशुभ योग' किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए श्रेष्ठ रहते हैं। इसके लिए किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं अप्रैल 2015 के शुभ-अशुभ योग...
अप्रैल 2015 के कार्य-सिद्धि योग
दिनांक |
समय |
08 अप्रैल |
सूर्योदय से दिन रात |
09 अप्रैल |
सूर्योदय से 06.52 तक |
12 अप्रैल |
07.11 से देर रात्रि 06.17 तक |
13 अप्रैल |
06.13 से देर रात्रि 04.47 तक |
17 अप्रैल |
सायं 07.49 से देर रात्रि 05.34 तक |
21 अप्रैल |
सूर्योदय से दिन 03.10 तक |
22 अप्रैल |
सूर्योदय से रात |
24 अप्रैल |
दिन 12.16 से देर रात्रि 05.28 तक |
26 अप्रैल |
सूर्योदय से दिन 03.54 तक |
अमृत सिद्धि योग
08 अप्रैल |
सूर्योदय से दिन रात |
17 अप्रैल सायं |
07.49 से देर रात्रि 05.34 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग
02 अप्रैल |
सायं 05.52 से 03 अप्रैल रात्रि 08.51 तक। |
10 अप्रैल |
प्रात: 07.30 से 11 अप्रैल प्रात: 07.37 तक। |
21 अप्रैल |
दिन 11.57 से 22 अप्रैल दिन 11.15 तक। |
23 अप्रैल |
दिन 11.17 से 24 अप्रैल दिन 12.16 तक। |
26 अप्रैल |
दिन 03.54 से 27 अप्रैल सायं 06.38 तक। |
28 अप्रैल |
प्रात: 05.33 से रात्रि 09.40 तक। |
आगे पढ़ें शेष योग....
द्विपुष्कर योग
05 अप्रैल |
सायं 07/36 से देर रात्रि 02/02 तक |
त्रिपुष्कर योग
25 अप्रैल |
प्रात: 05.28 से दिन 01.40 तक |
रवि पुष्यामृत योग
26 अप्रैल |
प्रात: 05.27 से दिन 03.54 तक |
विघ्नकारक भद्रा
03 अप्रैल |
दिन 03.19 से देर रात्रि 04.28 तक |
07 अप्रैल |
प्रात: 09.50 से रात्रि 10.22 तक |
10 अप्रैल |
रात्रि 10.51 से 11 अप्रैल प्रात: 10.27 तक |
13 अप्रैल |
देर रात्रि 05.17 से 14 अप्रैल दिन 04.04 तक |
17 अप्रैल |
प्रात: 06.55 से सायं 05.17 तक |
21 अप्रैल |
देर रात्रि 04.29 से 22 अप्रैल दिन 03.51 तक |
25 अप्रैल |
दिन 04.39 से 26 अप्रैल प्रात: 05.31 तक |
29 अप्रैल |
दिन 12.26 से देर रात्रि 01.44 तक |
पंचक
14 अप्रैल |
दिन 03.54 से 18 अप्रैल सायं 05.23 तक |