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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , शनिवार, 8 फ़रवरी 2014 (00:44 IST)

असीमानंद के इंटरव्यू पर कार्रवाई हो-दिग्विजयसिंह

असीमानंद के इंटरव्यू पर कार्रवाई हो-दिग्विजयसिंह -
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नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मांग की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को स्वामी असीमानंद के एक इंटरव्यू में सामने आए उस बयान पर जरूर कार्रवाई करनी चाहिए जिसमें उसने दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नेतृत्व ने कुछ आतंकवादी वारदातों को मंजूरी दी थी।

सिंह ने इस बात पर रोष जाहिर किया कि एनआईए ने अब तक संघ के नेता इंद्रेश कुमार से पूछताछ क्यों नहीं की। सिंह ने कहा, यह एक पुख्ता सबूत है जिस पर एनआईए को जरूर कार्रवाई करनी चाहिए। एनआईए को स्वामी विवेकानंद के इंटरव्यू के रिकॉर्ड किए गए टेप कब्जे में लेना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने ऐसे समय में यह टिप्पणी की है जब एक मैगजीन को असीमानंद द्वारा दिए गए एक इंटरव्यू पर विवाद पैदा हुआ है। मैगजीन को कथित तौर पर दिए गए इंटरव्यू में उसने दावा किया कि संघ नेतृत्व ने उस हिंदू आतंकी साजिश की मंजूरी दी थी जिसमें समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद और अजमेर शरीफ धमाके के मामले शामिल हैं।

संघ परिवार के धुर विरोधी सिंह ने कहा कि वह यह नहीं कह रहे कि ऐसे मामलों में संघ के सभी कार्यकर्ता शामिल थे पर कुछ छुपे हुए तत्व शामिल हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा, असीमानंद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। भाजपा ने आतंकवादी वारदात में उसकी संलिप्तता की बात अब तक नकारी नहीं है। यह एक तथ्य है कि मालेगांव, मोदासा, अजमेर शरीफ और समझौता एक्सप्रेस धमाकों में संघ के कार्यकर्ता आरोपित किए गए हैं। एनआईए ने ऐसे तत्वों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए हैं।

सिंह ने कहा, ऐसा पहली बार नहीं है कि असीमानंद ने इस तरह का बयान दिया है। पहले भी उसने कहा था कि ये सभी हमले संघ नेतृत्व की जानकारी में हुए हैं। पर पहली बार उसने संघ प्रमुख का नाम लिया है। ‘कारवां’ मैगजीन को दिए गए असीमानंद के इंटरव्यू को संघ प्रवक्ता राम माधव ने मनगढ़ंत करार दिया है।

सिंह ने यह भी कहा कि उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि जिसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल हो चुका है, वह इंद्रेश कुमार को साजिशकर्ता करार दे रहा है पर इसके बावजूद एनआईए ने उससे पूछताछ नहीं की है।

कांग्रेस नेता ने कहा, मैं जांच एजेंसी से कारण जानना चाहूंगा कि जब आरोपी ने सभी चार मामलों में साजिशकर्ता के तौर पर इंद्रेश कुमार का नाम लिया तो उससे पूछताछ क्यों नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि पुणे धमाके के मामले में जिसे साजिशकर्ता बताया गया था उसे तो तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। सिंह ने कहा, इंद्रेश के लिए ऐसा भेदभाव क्यों दिखाया जा रहा है। (भाषा)