सूचना प्रौद्योगिकी की प्रमुख कंपनी विप्रो लिमिटेड ने अमेरिका में विदेशियों को नौकरी की अनुमति देने वाले एचवनबी वीजा की संख्या में कटौती करने के प्रस्ताव पर निराशा व्यक्त की है।
कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष विप्रो लिमिटेड ने एचवनबी वीजा में कटौती करने के लिए विधेयक लाने के अमेरिकी सरकार के निर्णय को 'व्यापार को प्रतिबंधित' करने वाला कदम बताया।
उन्होंने कहा कि कंपनी विभिन्न देशों में उनके कानूनों का पालन करती है। इसमें कंपनी का संचालन और कर्मचारियों का आव्रजन अपवाद नहीं है। अमेरिकी सरकार का एचवनबी वीजा में कटौती करने का प्रस्तावित विधेयक वैश्वीकरण रोकने की दिशा में एक कदम है। यह व्यापार प्रतिबंधित करने का प्रयास हैं।
उन्होंने कहा कि वर्षो से भारत ने अमरीका को विश्व स्तर प्रतिस्पर्धा करने में मदद दी है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर भी एचवनबी वीजा घटाने का नकारात्मक असर होगी।