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Last Updated : रविवार, 7 अगस्त 2022 (20:33 IST)

सांसे रोक देने वाले मैच में सविता पुनिया की बदौलत भारत को मिला कांस्य पदक

सांसे रोक देने वाले मैच में सविता पुनिया की बदौलत भारत को मिला कांस्य पदक - Savita Punia heroics saw India won a bronze medal in womens hockey
सांस रोक देने वाले मैच में कप्तान सविता पुनिया की बेहतरीन गोलकीपिंग की बदौलत भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में न्यूजीलैंड को शूटआउट में 2-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।

लंबे समय तक 1-0 से आगे चल रही कांस्य पदक मैच में महिला टीम ने अंतिम मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर और फिर एक पेनल्टी स्ट्रोक न्यूजीलैंड की टीम को दे दिया। जिसकी बदौलत न्यूजीलैंड ने बराबरी की।

चक दे इंडिया फिल्म की तरह पहला पेनल्टी स्ट्रोक न्यूजीलैंड के पक्ष में गया लेकिन भारत का गोल खाली गया। लेकिन इसके बाद कप्तान और गोलकीपर सविता पुनिया ने सारे गोल बचा लिए और भारत 2-1 से  ब्रॉन्ज मेडल जीत गया।

16 साल का सूखा खत्म
भारतीय महिला हॉकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में रविवार को न्यूज़ीलैंड को शूटआउट में मात देकर 16 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीता। भारत ने कांस्य पदक मैच में न्यूज़ीलैंड को 1-1 (शूटआउट में 2-1) से हराकर कांसे का तमगा अपने नाम किया। सलीमा टेटे (29') ने भारत का एकलौता गोल किया, जबकि कीवी टीम की ओर से ओलिविया (59') ने गोल किया। शूटआउट में भारत के लिये सोनिका और नवनीत ने गोल किये।

मैच का पहले क्वार्टर में भारत ने न्यूज़ीलैंड पर दबदबा बनाया मगर कीवी गोलकीपर ने भारत को खाता नहीं खोलने दिया। दूसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रामक रवैया बरकरार रखा और जब हाफ टाइम में दो मिनट का समय बचा था तब सलीमा टेटे ने गेंद को नेट तक पहुंचाकर भारत को 1-0 की बढ़त दिलायी।

मैच के तीसरे क्वार्टर में न्यूज़ीलैंड मैच को बराबरी पर लाने के लिये आतुर थी। जब क्वार्टर-3 की समाप्ति में सिर्फ दो मिनट बचे थे तब न्यूज़ीलैंड ने एक गोल किया भी, मगर भारत के वीडियो रेफरल के बाद उसे अमान्य घोषित कर दिया गया।

भारत मैच के 58वें मिनट तक 1-0 से आगे चल रहा था और कांस्य पदक से एक हाथ की दूरी पर था कि तभी लालरेमसियामी को येलो कार्ड मिला और फील्ड पर सिर्फ 10 भारतीय खिलाड़ी रह गये। ज्यादा खिलाड़ियों की बदौलत न्यूजीलैंड ने भारतीय हाफ में जगह बना ली। यहां पहले कीवियों को पेनल्टी कॉर्नर और फिर पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिसके उपयोग से न्यूज़ीलैंड ने स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया।

भारत को सेमीफाइनल मैच के शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया से 3-0 से मात मिली थी, और यह मैच भी शूटआउट में जा चुका था। न्यूज़ीलैंड ने पहले प्रयास में स्कोर किया जबकि भारत असफल रहा, जिससे टीम पर दबाव बढ़ गया। यहां भारत की अगुवाई करते हुए कप्तान सविता पूनिया ने न्यूज़ीलैंड के अगले चारों प्रयास रोके, जबकि सोनिका और नवनीत ने एक-एक गोल करके भारत को 2-1 से जीत दिलायी।

भारतीय महिला हॉकी टीम ने 16 साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में कोई पदक जीता है। इससे पहले मैनचेस्टर 2006 खेलों में भारत ने महिला हॉकी का रजत पदक जीता था।
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