Last Modified: इंदौर ,
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010 (19:15 IST)
अधिवेशन के साथ चल रही तंबू कथा
भाजपा ने अपने राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए यहाँ गाँव के कृत्रिम परिवेश वाली तंबुओं की अस्थाई नगरी तो बसा दी, लेकिन पार्टी के कुछ बड़े नेताओं का आलीशान होटल में रात गुजारना चर्चा का विषय बना हुआ है।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने हालाँकि कल शाम दावा किया था कि पार्टी के सभी नेता तंबू में ही हैं और उनके लिए तंबू में रात गुजारना कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह के होटल में ठहरने के इंतजाम पर कहा कि उनकी तबियत पिछले 10 दिन से खराब थी। ऐसे में अगर उन्हें अधिवेशन स्थल से बाहर कहीं ठहराया जाता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है।
पाँच सितारा संस्कृति वाले सियासी दल की छवि से खुद को दूर रखने की भरसक कोशिश में जुटी भाजपा शुरू से कहती आ रही है कि पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान सभी नेता तंबू में ही रुकेंगे। इंदौर में आतंकी खतरे के अलर्ट के बाद भी यही बात दोहराई गई थी।
बावजूद इसके चर्चा बनी हुई है कि भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन कुछ बड़े चेहरे तंबुओं की नगरी में दिखाई तो दिए, मगर रात उन्होंने किसी आलीशान होटल में बिताई।
इस बीच शहर की आबादी से दूर 90 एकड़ में फैली तंबुओं की नगरी में मौसम पिछले 10 दिन से असामान्य तौर पर करवट बदल रहा है। इस दौरान यह नगरी बारिश से दो बार तरबतर हो चुकी है। अब जबकि भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो गया है, यहाँ दिन में चुभने वाली धूप पड़ रही है तो रात में कड़कड़ाती सर्दी।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि रात के समय अधिवेशन स्थल पर सर्द हवाएँ, तंबुओं की दीवारों को पार कर भीतर आ रही हैं।’ उधर भाजपा में ऐसे नेताओं की भी कमी नहीं है, जिनका कहना है कि पार्टी के लिए उन्हें तंबू में रात गुजारने में तनिक भी परेशानी नहीं हो रही है।
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के मुताबिक भाजपा के लिए वह खटिया या चट्टान पर भी सो सकते हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि वह सड़क से अपना सफर शुरू करने वाले आदमी हैं, ऐसे में राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान उन्हें तंबू में रुकने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। (भाषा)