...तो खतरे में पड़ जाएगा पृथ्वी का अस्तित्व
भोपाल। विश्व में हो रहे विभिन्न कार्यों का ओजोन परत पर दुष्प्रभाव पड़ने से इसमें लगातार क्षरण, जहरीली गैसों का उत्सर्जन और पर्यावरण असंतुलन हो रहा है। ओजोन परत में इसी तरह क्षरण जारी रहा तो पृथ्वी पर रहने वाले मनुष्य, जीव-जंतु, वनस्पति का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। ओजोन परत सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली हानिकारक अल्ट्रावॉयलट किरणों को रोकने के साथ ही सुरक्षा कवच का भी काम करती है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार एप्को के कार्यपालन संचालक एवं प्रमुख सचिव अनुपम राजन ने यह बात शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कही। एप्को ने अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर शुक्रवार को भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों में ओजोन परत पर आधारित प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, निबंध आदि प्रतियोगिताएं और रैली का आयोजन किया।
राजन ने कहा कि विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन का उद्देश्य बच्चों को ओजोन परत क्षरण, कारण और निवारण, ग्रीन गैसों का उत्सर्जन आदि के बारे में जागरूक करते हुए रोकने के उपायों की जानकारी देना है। उन्होंने बच्चों का आव्हान करते हुए कहा कि पूरे विश्व, देश और प्रदेश के जिलों में शुक्रवार को ओजोन परत को बचाने के लिए कार्यक्रम हो रहे हैं। इनका उद्देश्य भावी पीढ़ी को बेहतर पर्यावरण और धरती देना है।
राजन ने बच्चों से कहा कि पिछले 50 वर्षों से धरती का तापमान लगातार बढ़ने के साथ पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। बच्चों ने प्रश्नोत्तरी में शुक्रवार को काफी अच्छे उत्तर दिए और जागरूकता का परिचय दिया। वे अपने घर, परिवार, समाज में भी पेड़-पौधे, बचाने लगाने, ध्वनि-जल प्रदूषण के खतरों के प्रति आगाह करेंगे।
राजन ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेता स्कूलों को पुरस्कृत भी किया। शासकीय माध्यमिक विद्यालय अरेरा कॉलोनी को प्रथम, ज्ञानदीप माध्यमिक विद्यालय को द्वितीय और शासकीय माध्यमिक विद्यालय कोटरा सुल्तानाबाद, शासकीय माध्यमिक विद्यालय एमएसीटी और शासकीय माध्यमिक विद्यालय बोर्ड कॉलोनी को सांत्वना पुरस्कार और प्रमाण-पत्र दिया गया। (वार्ता)