मेरा भी होता है बलात्कार
सीमा व्यास
मेरा भी होता है बलात्कार, एक बार नहीं कई बार -
जब सरेराह बीसियों निगाहें मुझे ऊपर से नीचे तक गौर से घूरती है, -
जब सड़क चलते कोई भद्दे इशारे करता है;-
जब पीछे से किसी मर्द द्वारा सीटी बजाने या चूमने की आवाज निकाली जाती है, ... -
मुझे रंग रूप या कपड़ों से उपनाम देकर छेड़ा जाता है, -
जब महिलाओं को नीचा दिखानेवाले चुटकुले सरेआम सुनाए जाते हैं या एसएमएस किए जाते हैं -
जब समूह में महिलाओं को दोयम दर्जे पर रखने की बात दोहराई जाती है, -
जब पुरुष अपनी ही पत्नियों के कम अक्ल होने का दावा कर उन्हें अपमानित करते हैं, -
जब बस स्टॉप पर खड़े होने के बावजूद कोई लिफ्ट लेने के लिए जबरदस्ती करता है, -
जब निर्णय लेने में महिलाओं की भागीदारी की बात को हंसी में उड़ाया जाता है, इसे सहन करती है मेरे जैसी कई महिलाएं .....इनकी कहीं रिपोर्ट नहीं........कहीं इस बलात्कार के अपराधी आप तो नहीं..........?जी हां हर रोज, सरे राह, मेरा भी होता है बलात्कार.... क्या आप भी करते हैं यह अनाचार... ??