लखनऊ। धार्मिक अंधविश्वास दूर करने के क्षेत्र में कार्यरत लखनऊ स्थित दो छात्रों तनया और आदित्य ठाकुर ने एक धार्मिक गुरु ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी द्वारा यह कहे जाने पर कि वे असाध्य रोगों का इलाज कर सकते हैं जो चिकित्सा विज्ञान के लिए असंभव है, उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है।
नोटिस में कुमार स्वामी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा व क्वीन एलिजाबेथ जैसे अमेरिकी और अंग्रेजी राजनेताओं से बिना किसी सबूत के अत्यंत नजदीकी सम्बन्ध होने के दावे के बारे में स्थिति स्पष्ट करने का भी आग्रह किया गया है।
अपने कानूनी नोटिस में उन्होंने कुमार स्वामी से मांग की है कि वह अपने द्वारा कही जाने वाली बातें, जैसे एड्स व ब्लड कैंसर का इलाज करना, अंधों की आंखों को ठीक कर देना अदि, का सत्यापन करें।
दोनों छात्रों ने कुमार स्वामी के यह कहने पर भी प्रश्न किया है कि क्वीन एलिजाबेथ ने उनके लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा मोमेंटो प्रदान किया जबकि सत्यता यह दिखती है कि कुमार स्वामी ने एलिजाबेथ को एक कविता भेजी थी जिसकी प्राप्ति के बारे में राजघराने के सचिवालय ने सूचित किया था। इसी प्रकार बिल क्लिंटन के राष्ट्रपति बनने का कारण कुमार स्वामी के बीजमंत्र के होने के बारे में भी साक्ष्य मांगे गए है।
तनया और आदित्य के अनुसार इन सारी बातों का कोई भी प्रमाण इन्टरनेट पर मौजूद नहीं है, अतः वे चाहते है कि इन बातों को कुमार स्वामी प्रमाणित करें। नोटिस में इन छात्रों ने कहा है कि यदि 30 दिन के अन्दर यदि कोई जवाब नहीं आता है तो वे कानूनी कार्यवाही के लिए अदालत जाएंगे।