महंगा पड़ा किराया कम करना, मुश्किल में स्पाइसजेट!  
					
					
                                       
                  
				  				
								 
				  
                  				  नई दिल्ली। आर्थिक संकट से बदहाल स्पाइसजेट को किराया कम करने का फैसला खासा महंगा पड़ सकता है। कर्ज में डूबी इस विमानन कंपनी पर अब कैश एंड कैरी का खतरा मंडराने लगा है।
				  																	
									  
	 
	कंपनी को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) का 170 करोड़ रुपए के बकाए के चलते बुधवार तक बकाया राशि का भुगतान करना होगा। अगर कंपनी बुधवार तक बकाया राशि चुका नहीं पाती तो गुरुवार से एएआई उसे कैश एंड कैरी के लिए मजबूर कर सकती है।
				  
	 
	कैश एंड कैरी के तहत उसे पहले फ्लाइट के लिए शुल्क चुकाना होगा, उसके बाद ही उसके विमान को उड़ने की इजाजत दी जाएगी।
				  						
						
																							
									  
	  
	सूत्रों के मुताबिक स्पाइस जेट पर कई अन्य वेंडर का भी कर्जा है और वे भी इस मामले में एएआई के रास्ते पर चल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो स्पाइसजेट को काम चलाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	 
	हालांकि स्पाइसजेट के सूत्रों का कहना है कि बुधवार तक उस पर कैश एंड कैरी नियम लागू नहीं है। 
				  																	
									  
	 
	स्पाइस जेट को एक महीने बाद की फ्लाइट्स के लिए टिकटें बुक कराने से भी रोका गया है। उधर विमानों की कमी के कारण पहले ही स्पाइसजेट ने दिसंबर महीने में दो हजार से ज्यादा फ्लाइटस रद्द कर दी हैं। हाल ही में स्पाइसजेट के द्वारा किराया बढ़ाने के बारे में भी सुना गया था। पर किराया बढ़ाने के बावजूद कंपनी की मुश्किलें ज्यों की त्यों बनीं हुई हैं।
				  																	
									  
	 
	उल्लेखनीय है कि स्पाइसजेट देश के महत्वपूर्ण मार्गों पर अपने प्रतिद्ंद्वियों के मुकाबले 100 फीसदी तक किराया कम करने का ऑफर दे रही है, हालांकि, मार्केट में कैपेसिटी कम होने की वजह से औसत किराया 15 फीसदी बढ़ गया है।