श्री गणेश उत्सव आरंभ होते ही रौनक और रोशनी छा जाती है चारों तरफ.... पूजा और आस्था के अस माहौल में हर कोई वह सटीक विधि खोजता है जिसके द्वारा गजानन की कृपा प्राप्त हो सके। प्रस्तुत है एक अचूक उपाय, इस बार गणेश चतुर्थी पर जरूर आजमाएं।
* पंचामृत से श्री गणेश को स्नान कराएं तत्पश्चात केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा अर्पित कर कपूर जलाकर उनकी पूजा और आरती करें। उनको मोदक के लड्डू अर्पित करें। उन्हें रक्तवर्ण के पुष्प विशेष प्रिय हैं।
* श्री गणेश जी का श्री स्वरूप ईशाण कोण में स्थापित करें और उनका श्री मुख पश्चिम की ओर रहे।
* अब एक सूत का कच्चा धागा लें। इस पर सात गांठ लगा कर उसे बप्पा के चरणों में रख दें, विसर्जन से पूर्व उस धागे को अपने पर्स में रख लें। इस उपाय से धन, दौलत, सुख, समृद्धि, सफलता, वैभव, सपन्नता, सौभाग्य, ऐश्वर्य और यश-कीर्ति हर समय आपके साथ रहेगी। विषम परिस्थिति में यही धागा आपका रक्षा कवच बनेगा।