योजना में मृतकों को रोजगार देने की कोई जानकारी मुझे नहीं है। जो व्यक्ति काम माँगता है, उसे मजदूरी पर बुलाया जाता है, चाहे वो कितना भी अमीर हो
नाम | काम देने की दिनांक | व्यक्ति की स्थिति |
मयकूलाल | मई 2009 | 2005 में मृत |
नबिया शिवा | अप्रैल 2008 | अत्यधिक वृद्धावस्था में 2006 में मृत |
मांताबाई | अप्रैल 2008 | 2004 में मृत |
बसंती शोभाराम | मई 2009 | पिछले कई सालों से बच्चों समेत लापता, बच्चों को भी रोजगार देना बताया गया है |
राजेन्द्र सूरतसिह | जून 2009 | शासकीय सेवक |
छगन सेकडिया | जून 2009 | स्वयं सरपंच जिनके पास स्कॉर्पियो सहित कई गाड़ियाँ हैं |
मदनलाल किशनलाल | मई 2009 | आर्थिक रूप से समृद्ध, छह माह पहले दिल के गंभीर दौरे के कारण तब से बेड रेस्ट |
श्याणीबाई | जून 2009 | उम्र लगभग 95 वर्ष, अत्यधिक वृद्धावस्था के कारण लंबे समय से बिस्तर पर |
हरिशंकर चोयल | अगस्त 2009 | आर्थिक रूप से काफी समृद्ध, योजना में रोजगार की कोई जरूरत नहीं |
दुर्गा पंडरीनाथ | मार्च 2009 | न कभी काम पर गईं, न उन्हें इसकी जानकारी है |
मीना लोकेन्द्र | मार्च 2008 | पति शासकीय सेवक, न कभी काम पर गईं, न उन्हें इसकी जानकारी है |