यह फ़ैसला तो धोनी ही करेंगे. हम केवल उन्हें यह सुझाव दे सकते हैं की क्रिकेट को बेदाग और खेल भावना भरा बनाए रखने में वे अहम भुमिका निभाये. इसमे जो सट्टा चलता है उसे कानूनी जामा पह्नाने में मदद करें और अपना अकूत धन कोर्पोरेशन स्कूलो के उन विद्यार्थियो के हित में लगाये जिनके पास क्रिकेट के सामान नहीं है , अछे खेल मैदान नहीं है , जो गलियो और आम रास्तो पर खेलने को मजबूर हैं .