धोनी को सन्यास दिलाने से पहले मै आलोचको से ये पुछना चाहता हु की औस्ट्रेलिया के खिलारियों मे और इंडियन मे एक फर्क ये है की औस्ट्रेलिया खिलरी 30 साल मे इंटरनेशनल खेलना सुरू करते है और इंडिया मे खिलरी के एक पैर पालने मे और दूसरा पैर स्टेडियम मे क्यू होता है क्या इसके लिए सिलेकटोर जीमेदार नहीं है की जिस खिलारी को रणजी मे सही से नहीं खेल पाता है उसे इंटरनेशनल मैच खेलने लगते है