अन्य विचारकों कि तरह मेरा भी येहि मत हे कि मोदी जी से राहुल के तुलना करना मोदी जी का अपमान हे,एक अनुभवी राजनेता कि तुलना एक पारिवारिक पार्टी के नेता से करना उचित नही जान पड़ता,देश कि आजादी के 66 साल में से 57 साल जिस परिवार ने देश के शासन किया उसका लाडला अब ग़ल्तियाँ सुधारने कि बात कर रहा हे,क्या उसे मालूम नही हे कि देश कि जनता अब और बरदाश्त करने के मूड में नही हे,देश में पिछले कई सर्वेक्चन हुये उसमें भी मोदी जी सबसे आगे रहे,देश अब भासन बाजी नही चाहकर नतीजे चाहता हे,जो जनता को दिखे,वैसे भी राहुल उनकी पार्टी के कुछ लोगो कि उपज हे जो दिन रात उसे प्रधान मंत्री बनाने का सपना पाल रहे हे, जबकि इस सरकार ने आम आदमी का जीना दुश्वार कर दिया हे.,