मोदी "मैं" के लिए और जबकि राहुल "हम" के लिए लडाई लड़ रहे हैं | एक ओर मोदी, बिना वज़ह जल्दी से जल्दी प्रधानमंत्री बनने के लिए उतावले हो रहे हैं जबकि उनकी भाजपा में भी अभी उनकी सर्वस्वीकार्यता बाकी है, लेकिन दूसरी ओर राहुल ने कभी भी प्रधानमंत्री बनने की अपनी आकांक्षा तक व्यक्त नही की है और अपनी माँ सोनिया की तरह नि;स्वार्थ भाव से देश की सेवा में लगे हुए हैं | "मैं" और "हम" की लडाई में हमेशा से "हम" की ही जीत हुई है और यही देर-सबेर राहुल के साथ भी होना है |