टीम कनाडा: भारत और पाक एक साथ!
कंटेंट प्रस्तुति - संदीप, समय और अजय
इस बार क्रिकेट के महासंग्राम में कनाडा की टीम भी शामिल हुई है। विश्वकप क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में जीत दर्ज करके इस भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाले इस विश्वकप में कनाडा की टीम भले की कमजोर नजर आती हो लेकिन वह अपने आप में कई खूबियाँ समेटे हुए है। इस टीम के लिए खुद को साबित करने का यह सुनहरा मौका होगा। जिस तरह 2003 के विश्वकप में कीनिया की टीम ने शानदार प्रदर्शन के दम पर सेमीफाइनल तक पहुँच कर दुनिया को चौंकाया था हो सकता है उसी तरह कनाडा की टीम भी ऐसा ही कोई कारनामा कर दिखाए।अनेकता में एकता: वैसे तो टीम में ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी नहीं है और उनमें से कुछ ने तो अब तक एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है लेकिन यह क्रिकेट है और इस खेल में कुछ भी हो सकता है। वैसे इस टीम की खासियत यह है कि इसमें विश्व के अलग-अलग देशों के कई खिलाड़ी मौजूद हैं। एकबारगी तो यह टीम विश्व एकादश की तरह नजर आती है। विश्वकप के लिए घोषित हुई कनाडा की सोलह सदस्यों वाली इस टीम में कप्तान को मिलाकर छ: खिलाड़ी तो भारतीय मूल के हैं। उसके अलावा तीन खिलाड़ी पाकिस्तानी मूल के और तीन खिलाड़ी कनाडा के हैं। बाकी बची टीम में श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और युगांडा के भी एक-एक खिलाड़ी हैं।इस टीम में ज्यादातर खिलाड़ी या तो वहां के विदेशी मूल के हैं या फिर अपने देश में मौका ना मिलने की वजह से कनाडा की टीम में शामिल हो गए। कप्तान और उप कप्तान हैं खास:- कनाडा टीम की कमान आशीष बगई के हाथों में दी गई है। भारतीय मूल का यह खिलाड़ी टीम में कप्तान के साथ ही विकेट कीपर बल्लेबाजी की भी भूमिका निभाने वाला है। सुखद संयोग: इस खिलाड़ी की सबसे खास बात यह है कि भारतीय मूल के होने के अलावा इनका जन्मदिन और भारतीय गणतंत्र दिवस एक ही दिन है। इसी तरह टीम के उपकप्तान 32 साल के पाकिस्तानी मूल के रिजवान चीमा जो टीम के ऑलराउंर खिलाड़ी हैं का जन्मदिन 15 अगस्त को आता है।अब देखना है कि विश्वकप में यह टीम क्या कमाल दिखाती है।