गुरु पूर्णिमा पर कुछ खास कार्य करने से हमें गुरु और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है-

इस दिन गुरु वेदव्यास की पूजा करते हैं। पूजा का मंत्र : ''गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये''

अपने गुरु या शिक्षक को पुष्पमाला पहनाकर शाल और श्रीफल भेंट करके उनका आशीर्वाद लेते हैं।

व्रत रखकर पूरे दिन श्री विष्णु का ध्यान करते हैं और सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते हैं।

इस दिन अन्न, वस्त्र, छाता, कंबल आदि का दान करना शुभ होता है।

इस दिन गुरु ही नहीं माता, पिता, बड़े भाई, बड़ी बहन, चाचा आदि का भी सम्मान करते हैं।

कोई विद्या या सिद्धि सीखने के लिए इस दिन गुरु से दीक्षा लेना या मंत्र प्राप्त भी किया जाता है।

इस दिन पितरों के तर्पण का कार्य भी करते हैं जिसके चलते पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।

गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं