क्या आप जानते हैं कि शिवजी ने कितनी बार अपनी तीसरी आंख खोली थी आइए आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं...
शिव जी का तीसरा नेत्र क्रोध का प्रतीक है।
Social Media
जब शिव जी अत्यंत क्रोध में होते हैं तब उनकी तीसरी आंख खुलती है।
Social Media
महादेव को उनकी तीसरी आंख की वजह से त्र्यंबकेश्वर कहा जाता है।
Social Media
एक बार इंद्रदेव और देवगुरु बृहस्पति भगवान शिव से मिलने कैलाश गए।
Social Media
तब महादेव ने उनके धैर्य की परीक्षा लेने के लिए ऋषि का रूप धारण कर लिया।
Social Media
ऋषि रूप में शिवजी ने इंद्र और देवगुरु का रास्ता रोक लिया।
Social Media
तब इंद्र देव ने गुस्से में शिवजी पर अपना वज्र चला दिया और शिवजी ने क्रोध में तीसरी आंख खोल दी।
Social Media
शिव जी की पत्नी देवी सती के प्राण जाने के बाद वह मोह माया के बंधन से मुक्त होकर साधना में चले गए।
Social Media
तब कामदेव ने तीर मारकर भगवान शिव की साधना तोड़ दी जिससे शिवजी की तीसरी आंख खुल गई।
Social Media
माता पार्वती ने जब अपनी आंखें बंद की तब संसार को अंधकार से बचाने के लिए शिवजी ने अपनी तीसरी आंख खोली थी।
Social Media