अयोध्या और ओरछा का करीब 600 वर्ष पुराना नाता है आइए जानते हैं रामलला की मूर्ति के इतिहास के बारे में

Social Media

रामलला बुंदेलखंड के ओरछा में श्री राम राजा के रूप में विराजमान हैं।

Social Media

चार पहर की आरती में राजसी वैभव के साथ उन्हें पहरे पर खड़े सिपाही सशस्त्र सलामी देते हैं।

Social Media

16वीं शताब्दी में ओरछा के बुंदेला शासक मधुकर शाह की महारानी कुंवरि गणेश अयोध्या से रामलला को ओरछा लाई थीं।

Social Media

ओरछा के शासक मधुकर शाह कृष्ण भक्त हुआ करते थे और उनकी पत्नी रानी कुंवरि गणेश, राम भक्त थीं।

Social Media

जब प्रभू दर्शन को लेकर उनके यहां चर्चा हुई तो सबसे बड़ा सवाल आया कि आखिर वृंदावन जाएं या अयोध्या?

Social Media

इसी बात पर मधुकर शाह ने पत्नी से कह दिया की राम सच में है तो उन्हें ओरछा लाकर दिखाओ।

Social Media

रानी कुंवरि गणेश अयोध्या पहुंच गई और किसी तरह भगवान राम को ओरछा ले आईं।

Social Media

भगवान श्री राम ओरछा में राजा के रूप में विराजमान हुए और इसके बाद किसी दूसरे की सत्ता नहीं रही।

Social Media

उस काल से अब तक यहां के राजा श्रीराम ही है। कहते हैं कि रामलला की यही असली मूर्ति है।

Social Media