महाष्टमी : घर पर कैसे करें हवन?

नवरात्रि में घर पर ही किस तरह किया जा सकता है यज्ञ, जानिए सरल विधि-

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पहले हवन सामग्री एकत्रित कर लें। जैसे, काष्ठ, नवग्रह की नौ समिधा, घी, चौ, चावल, तिल, बूरा, फल, शहद, आदि।

उचित स्थान पर 8 ईंट जमाकर हवन कुंड बना लें या बाजार से बने बनाए हवन कुंड ले आएं।

हवन कुंड के पास धूप-दीप प्रज्वलित करके कुंड पर स्वास्तिक बनाकर नाड़ा बांधें और फिर उसकी पूजा करें।

अब हवन कुंड में आम की लकड़ी से अग्नि प्रज्वलित करें। अग्नि में फल, शहद, घी, काष्ठ इत्यादि पदार्थों की मंत्रों के साथ आहुति दें।

सबसे पहले ॐ आग्नेय नमः: स्वाहा बोलकर आहुति दें। फिर ॐ गणेशाय नम: स्वाहा नाम से आहुति दें।

इसके बाद सभी नौ ग्रहों के देवताओं के नाम की आहुति दें। फिर कुल देवता और स्थान देवता की आहुति दें।

इसके बाद माता दुर्गा के सभी नामों से आहुति दें। जैसे ॐ दुर्गाय नम: स्वाहा। ॐ गौरियाय नम: स्वाहा। आदि।

इसके बाद सप्तशती या नर्वाण मंत्र से जप करते हुए आहुति दें।

हवन के बाद गोला में कलावा बांधकर फिर चाकू से काटकर ऊपर के भाग में सिन्दूर लगाकर घी भरकर चढ़ा दें।

फिर पूर्णाहुति में नारियल में छेद कर उसमें पान, सुपारी, लौंग, जायफल, बताशा, अन्य प्रसाद रखकर पूर्ण आहुति दें।

पूर्ण आहुति में ये मंत्र बोले- 'ॐ पूर्णमद: पूर्णमिदम् पुर्णात पूण्य मुदच्यते, पुर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेल विसिस्यते स्वाहा।'

पूर्ण आहुति के बाद यथाशक्ति दक्षिणा माता के पास रख दें, फिर परिवार सहित आरती करके हवन संपन्न करें।