पुराणों में माघ पूर्णिमा का खास महत्व माना गया है। इस दिन 7 कार्य जरूर करें-
इस दिन दान-दक्षिणा का बत्तीस गुना फल मिलता है। इसलिए इसे बत्तीसी पूर्णिमा भी कहते हैं।
प्रयाग में माघ मास में स्नान करने का जो फल मिलता है वह दस हजार अश्वमेघ यज्ञ करने से भी प्राप्त नहीं होता है।
स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने सभी तरह के दोष दूर होते हैं।
माघ माह में गंगा के किनारे कल्पवास करने से सभी पापों का नाश होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
माघ पूर्णिमा के दिन भगवान माधव की पूजा करने से उनकी कृपा बनी रही है और सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष प्राप्त होता है।
माघ पूर्णिमा पर काले तिल से हवन और काले तिल से पितरों का तर्पण करने से उन्हें मुक्ति मिलती है।
पूजा या व्रत के बाद बाद मध्याह्न काल में किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कराकर दान-दक्षिणा दें।