कैसे मनाएं दशहरा?

बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा कैसे मनाते हैं, आओ जानते हैं-

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दशहरे पर शुभ मुहूर्त में वाहन, शस्त्र, श्री राम दरबार, मां दुर्गा, देवी अपराजिता और शमी वृक्ष का पूजन करते हैं।

दशहरे के दिन घर से रावण दहन देखने के लिए जाते समय तिलक लगाकर जाएं और रावण दहन का आनंद लें।

रावण दहन से लौटते समय शमी के पत्ते लें और उन्हें लोगों को देकर दशहरे की बधाई दें। घर लौटने वाले का आरती उतारकर स्वागत करें।

रावण दहन के बाद लोग एक-दूसरे के घर जाकर, गले मिलकर, चरण छूकर बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं।

इस दिन बच्चों को दशहरी देते हैं। दशहरी के रूप में बच्चों को रुपए, वस्त्र या मिठाई देते हैं।

इस दिन खासतौर पर गिलकी के पकोड़े और मीठे गुलगुले बनाने का प्रचलन है।

इन दिन दुर्गा सप्तशती या चंडी पाठ भी किए जाने की परंपरा है।

दशहरे के दिन पीपल, शमी, बरगद के नीचे और घर एवं मंदिर में दीया जलाने की परंपरा भी है।

इस दिन श्रीराम का स्मरण कर अपने भीतर की एक बुराई को भी छोड़ने का संकल्प लेने की परंपरा है।

दशहरे की शुभकामनाएं