गुरु पुष्य नक्षत्र का महायोग बन रहा है ऐसे में जानिए कि क्या करें और क्या नहीं करें।

गुरु पुष्‍य योग में मनोकामना के अनुसार कोई भी शुभ यंत्र स्थापित कर सकते हैं। पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन किसी विशेषज्ञ से पूछकर कोई भी पवित्र वनस्पति की जड़ लाकर रख सकते हैं।

गुरु पुष्य नक्षत्र में पुराने चांदी के सिक्के और रुपयों के साथ कौड़ी रखकर उनका केसर और हल्दी से पूजन कर सकते हैं।

गुरु पुष्य नक्षत्र में चांदी या पीतल का हाथी, वाहन, भवन, भूमि, बहीखाते, शिल्प, चित्रकला और पुस्तक खरीदना शुभ होता है।

इस दिन प्याऊ, मंदिर निर्माण, घर निर्माण और किसी नए मंत्र के जाप की शुरुआत कर सकते हैं।

इस दिन जल, पेय पदार्थ, मौसमी रसीले फल के अलावा दाल, खिचड़ी, चावल, बेसन, कड़ी, बूंदी लड्डू आदि का दान कर सकते हैं।

गुरु पुष्य नक्षत्र में स्टील या प्लास्टिक की कोई वस्तु नहीं खरीदें।

गुरु पुष्य नक्षत्र में में अगर पात्र खरीद रहे हैं तो उसे घर में खाली लेकर न आएं।

गुरु पुष्य नक्षत्र में गहना खरीदें तो पहले भगवान को चढ़ाएं, सीधे खुद न पहनें।

गुरु पुष्य नक्षत्र में काले या धूसर रंग के कपड़े न खरीदें।

इस नक्षत्र में विवाह करना शुभ नहीं माना जाता है।

गुरु पुष्य नक्ष‍त्र की शुभकामनाएं