श्री गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गणेश उत्सव मनाया जाता है। जानें गणेशजी के 10 खास मंत्र।
अस्य प्राण प्रतिष्ठन्तु अस्य प्राणा: क्षरंतु च। श्री गणपते त्वम सुप्रतिष्ठ वरदे भवेताम।।
ॐ गं गणपतयै नम:।।
श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि।।
श्री गणेशपूजने कर्म यत् न्यूनमधिकम कृतम। तेन सर्वेण सर्वात्मा प्रसन्न अस्तु गणपति सदा मम।।
ॐ श्री गणेशाय नम:।।
एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।'
ॐ नमो हेरम्ब मद मोहित मम् संकटान निवारय-निवारय स्वाहा।'
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्। इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च॥