मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर की तरह पुणे के दगड़ू सेठ गणपति का मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
1. इस मंदिर को श्रीमंत दगड़ूशेठ नाम के हलवाई ने बनवाया था। इसीलिए इसे 'दगड़ूसेठ गणपति मंदिर' कहते हैं।
2. दगड़ूशेठ हलवाई का पुत्र प्लेग की महामारी में नहीं रहा, जिसकी आत्मशांति के लिए यह मंदिर बनाया गया।
3. श्री माधवनाथ महाराज के सुझाव पर दगड़ूशेठ हलवाई ने पुणे में इस गणपति मंदिर का निर्माण कराया था।
4. मंदिर निर्माण में विशेष शैली का उपयोग किया गया है जिससे प्रतिमा मंदिर के बाहर से ही दिखाई देती है।
5. कहते हैं कि इस मंदिर से ही लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने गणेश उत्सव की शुरुआत की थी।
6. गणपतिजी की पीठासीन मूर्ति 7.5 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी है।
7. यहां पर प्रतिवर्ष गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
8. गणपतिजी की इस मूर्ति को स्वर्ण और हीरे से जड़ित आभूषणों से सजाया जाता है।
9. यहां पर लाखों की संख्या में देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
10. मान्यता के अनुसार यहां पर लोगों की मन्नतें पूर्ण होती है।