क्या शादियों में तेज डीजे के साउंड से आ रहे हैं अटैक?

शादियों में डीजे पर लाउड संगीत का चलन बढ़ा। डीजे के तेज साउंड पर नाचते- नाचते कई लोगों को हार्ट अटैक के मामले देखने में आए हैं। क्या डीजे की तेज आवाज दिल के लिए खतरनाक हो सकती है? आइये जानते हैं

AI/socialmedia

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 85 डेसिबल से अधिक की आवाज हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

शादियों में बजने वाले डीजे की आवाज अक्सर 100 डेसिबल से भी कहीं अधिक होती है।

इतनी तेज आवाज हमारे कानों के लिए तो हानिकारक है ही, साथ ही यह हमारे हृदय पर भी बुरा प्रभाव डालती है।

तेज आवाज के कारण हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय गति और रक्तचाप में वृद्धि होती है।

यह स्थिति हृदय रोग और हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकती है।

असल में जो भी आवाजें हमारे कानों में पड़ती हैं वह नसों के माध्यम से सीधे हार्ट तक पहुंचती हैं।

डीजे का लाउड साउंड हमारी हार्टबीट को बढ़ा सकता है जिससे स्ट्रेस, एंग्जायटीऔर डर भी पैदा हो सकता है।

यदि ये स्थिति देर तक बनी रहे तो हमारे कान की नसों का खून गाढ़ा होने लगता है और इससे हार्ट अटैक का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

इस वजह से अचानक दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और हार्ट अटैक या ब्लड क्लोट होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

कोई भी एक्टिविटी जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाती है उससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है जिसमें डीजे की तेज आवाज भी शामिल है। अधिक जानकारी के लिए विशेषयज्ञ की सलाह जरूर लें।