किन लोगों को आते हैं सबसे ज्यादा खर्राटे?

क्या आप जानते हैं कि कुछ खास लोग होते हैं जिन्हें दूसरों की तुलना में ज़्यादा खर्राटे आते हैं? जानिए ऐसे ही 6 तरह के लोगों के बारे में...

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बॉडी में ज्यादा चर्बी होने से गले और सांस की नली पर दबाव पड़ता है जिससे खर्राटे आते हैं।

एलकोहॉल, मसल्स को ढीला कर देती है जिससे सांस रुकने और खर्राटों की संभावना बढ़ जाती है।

उम्र बढ़ने के साथ हमारी मसल्स कमजोर होती हैं और गले की नली सिकुड़ जाती है।

जो लोग साइनस या एलर्जी के मरीज हैं या जिन्हें नाक बंद होने या सांस लेने में दिक्कत होती है उन्हें भी खर्राटे आते हैं।

स्मोकिंग करने वाले लोगों में खर्राटे आम है।

सिगरेट गले की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है जिससे ब्रीथिंग में दिक्कत आती है।

पीठ के बल सोने से भी जीभ पीछे की तरफ गिर जाती है जिससे वायुमार्ग बंद होता है।

खर्राटों से बचने के लिए करवट लेकर सोएं, वजन नियंत्रित रखें, भाप लें, साइनस साफ रखें और ज़रूरत पढ़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।

अगर खर्राटे लगातार बने रहें, तो ये Sleep Apnea जैसी बीमारी का लक्षण भी हो सकते हैं।

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