नरेंद्र मोदी के ये सुविचार आपको बुलंदियों से भर देंगे

नरेंद्र मोदी का नाम आज भारत के हर एक भारतवासी के लब्ज पे है। तो चलिए जानते हैं इनके लब्ज से निकले बुलंद सुविचार-

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डरते तो वह है जो अपनी छवि के लिए मरते हैं और मैं तो हिंदुस्तान की छवि के लिए मरता हूं। इसलिए किसी से भी नहीं डरता हूं।

जीतने का मजा तब ही आता है, जब सभी आपके हारने का इंतजार कर रहे हो।

बुरे में अच्छा ढूंढो तो कोई बात बने, अच्छे में बुराई ढूंढना तो दुनिया का रिवाज है।

मैं इस देश का हनुमान हूं, ये देश मेरा राम है, सीना चीर के दिखा दूंगा अंदर बैठा हिंदुस्तान हैं।

मुझे देश के लिए मरने का मौका नहीं मिला, लेकिन मुझे देश के लिए जीने का मौका मिला है।

यह भारत देश किसी राजनीतिक पार्टी, राजा या फिर सरकार द्वारा नहीं बना है। यह भारत देश किसानों और श्रमिकों की देन है।

मैं एक छोटा आदमी हूं, जो छोटे लोगों के लिए कुछ बड़ा करना चाहता है।

यदि मैं नगर निगम का भी अध्यक्ष होता तो भी उतनी ही मेहनत से काम करता जितना पी.एम होते हुए करता हूं।

न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे, पर कुछ लोग मुझे गिराने में कई बार गिरे हैं।