सत्तू को जौ या भुने चने की दाल से बनाते हैं, जानिए इसे खाने के 7 फायदे-

सामग्री : 500 ग्राम सिंकी हुई भुने चने की दाल या जौ, 500 ग्राम पिसी शकर, 300 ग्राम घी, इलायची, चांदी का वरक, बादाम, पिस्ता, कालीमिर्च, खड़ी सुपारी

सिंकी हुई चने की दाल को मिक्सर में पीस लें, उसमें पिसी हुई शक्कर मिलाकर छलनी से छान लें।

अब घी को हल्का गरम करके चना दाल व शकर के मिश्रण में मिला लें तथा इलायची भी पीसकर मिला दें।

फिर थाली में पिंडे के आकार में जमा दें। पिंडे के ऊपर चांदी का वरक लगाएं तथा बीच में एक सुपारी और आसपास काली मिर्च के दाने, बादाम, पिस्ता से सजाएं।

ठंडा होने पर मेहमानों को खिलाएं या इसको पानी में घोल का पिलाएं।

गर्मी के दिनों में सत्तू का सेवन आपको गर्मी के दुष्प्रभाव एवं लू की चपेट से बचाता है।

बार-बार भूख लगती है या फिर लंबे समय तक भूखे नहीं रह सकते, तो सत्तू आपके लिए लाभदायक है।

सत्तू खाने से लिवर मजबूत होता है। यह कब्ज और एसिडिटी भी दूर करता है।

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो डॉक्टर की सलाह से रोजाना इस सत्तू का प्रयोग आपके लिए फायदेमंद है।

शरीर में ऊर्जा की कमी होने पर सत्तू तुरंत ऊर्जा देता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व हैं जो पोषण देते हैं।

मोटापे से परेशान लोगों के लिए सत्तू एक रामबाण उपाय है।

ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए सत्तू का सेवन काफी लाभदायक होता है।

डॉक्टर की सलाह से ही प्रयोग करें।