HMPV और COVID 19 : दोनों में क्या है फर्क?

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया, लेकिन हाल ही में HMPV भी चर्चा में है। लेकिन यह कोरोना से कैसे अलग है? आइए जानते हैं...

AI/socialmedia

HMPV एक श्वसन वायरस है, जो बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है।

यह ज्यादातर सर्दी-जुकाम, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है।

कोरोना वायरस न केवल फेफड़ों बल्कि शरीर के दुसरे बॉडी पार्ट्स को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है।

नाक बहना, गले में खराश, हल्का बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी HMPV के लक्षण हैं।

तेज बुखार, लगातार खांसी, सांस लेने में कठिनाई, स्वाद और गंध का चला जान, थकान और कमजोरी COVID-19 के लक्षण हैं।

इन दोनों के लक्षण, एक-दुसरे से मिलते हैं, जिसके कारण दोनों में कुछ समानताएं हैं।

यह दोनों वायरस छींकने, खांसने, और किसी सतह के संपर्क में आने से ट्रांसमिट होते हैं।

कोरोना एक वैश्विक महामारी के रूप में हम सभी के सामने आया था।

लेकिन एचएमपीवी फिलहाल कम गंभीर रूप में हमारे सामने आया है।

हालांकि इस बारे अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। डॉक्टर की सलाह जरूर लें।