जल को आराम से घूंट-घूंट कर ग्रहण करने से किडनी या ब्लैडर पर एकदम से भार नहीं पड़ता है।

जल को चबाकर पीने से यह भोजन को पचाने की शक्ति हासिल कर सकता है।

पानी को घूंट-घूंट करके पीने से हमारे मुंह में मौजूद लार भी पेट में जाती है जो पाचन के लिए जरूरी होती है।

खाली पेट घूंट-घूंट या चबाकर पानी पीने से पेट की गंदगी दूर होकर रक्त शुद्ध होता है।

घूंट-घूंट पानी पीने से पेट अच्छी तरह साफ होने पर यह भोजन से पोषक तत्वों को ठीक प्रकार से ग्रहण कर पाता है।

पानी का ऐसा सेवन उच्च रक्तचाप, कब्ज, गैस आदि बीमारियों से मुक्ति दिलाता है।

यह हमारी हड्डियों, मस्तिष्क और हृदय को मजबूत बनाने में भी खास भूमिका निभाता है।

पानी आपके रक्त से घातक तत्वों को बाहर निकालता है जिससे त्वचा चमकदार बनती है।

पानी उचित तरीके से पीने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है जिससे वजन कम होता है।

जल न कम पीएं और न ही अत्यधिक। कहीं का भी जल न पीएं। जल हमेशा छानकर और बैठकर ही पीएं।

डिस्क्लेमर : अपने शरीर के अनुसार पानी कब, कितना और कैसे ग्रहण करें, इस पर अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।