शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. टोक्यो ओलंपिक 2020
  3. टोक्यो ओलंपिक न्यूज़
  4. Uganda weightlifter donned indian jersey at tokyo narita airport
Written By
Last Modified: गुरुवार, 22 जुलाई 2021 (22:23 IST)

गायब हुआ युगांडा का वेटलिफ्टर टोक्यो एयरपोर्ट पर मिला भारतीय जर्सी में, ओलंपिक संघ के अधिकारी रह गए भौंचक्के

गायब हुआ युगांडा का वेटलिफ्टर टोक्यो एयरपोर्ट पर मिला भारतीय जर्सी में, ओलंपिक संघ के अधिकारी रह गए भौंचक्के - Uganda weightlifter donned indian jersey at tokyo narita airport
टोक्यो: भारतीय अधिकारियों के दल में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब युगांडा का वेटलिफ्टर जूलियस सेकिटोलेंको हवाई अड्डे पर भारत की ट्रैक जैकेट पहने हुए नजर आया। जूलियस ओलंपिक के पूर्व अभ्यास के दौरान भाग गए थे जिसके चार दिन बाद उन्हें उनके देश रवाना कर दिया गया। एनटीवी चैनल ने एक रिपोर्ट दिखाई है जिसमें 20 साल के जूलियस नरीता हवाई अड्डे पर लाल रंग का ट्रैक टॉप पहने दिख रहे हैं और इसके पीछे ‘इंडिया’ लिखा है।
 
यह उसी तरह की किट लग रही है जो भारतीय खिलाड़ियों ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान पहनी थी। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के महासचिव राजीव मेहता ने स्पष्ट किया कि यह ड्रेस टोक्यो ओलंपिक के लिए देश की आधिकारिक किट नहीं थी। मेहता ने पीटीआई से कहा, ‘यह रंग टोक्यो ओलंपिक में भारत की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति का नहीं है।’
 
युगांडा के दल प्रमुख ऐशा नासांगा को भी नहीं पता था कि जूलियस ने भारत की ट्रैक जैकेट कैसे पहनी हुई थी। नासांगा ने कहा, ‘मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता है। वह 18 जून को अभ्यास के लिए जापान आए थे, हो सकता है किसी ने उन्हें दी हो। हो सकता है यह पुरानी हो।’
 
जूलियस पुरुषों के 56 किग्रा वर्ग में खेलते हैं और वह युगांडा की नौ सदस्यीय टीम का हिस्सा थे जो ओसाका प्रांत के इजुमिसानो में अभ्यास कर रही थी। कोविड-19 जांच के लिए नहीं पहुंचने पर अधिकारियों और टीम के साथियों ने पिछले हफ्ते उनके गायब होने की सूचना दी थी। खबरों के अनुसार, जूलियस खेलों के लिए अपने क्वॉलिफिकेशन की पुष्टि से पहले ही जापान पहुंच गए थे।
 
अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ  ने गत पांच जुलाई को सूचित किया कि उन्हें ओलंपिक का कोटा नहीं मिला है। वह अपने कमरे में यह नोट रखकर गायब हो गए थे कि वह अपने देश नहीं लौटना चाहते, लेकिन उन्हें ढूंढकर बुधवार को युगांडा वापस भेज दिया गया।(भाषा)