मंगलवार, 23 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. मनोरंजन
  2. टीवी
  3. आलेख
Written By अनहद

सवाल मारने और बात करने का फर्क

सवाल मारने और बात करने का फर्क -
सफल जीवन बीमा एजेंट होने के लिए जरूरी है कि आप लोगों से घुले मिलें, उनकी जिंदगी की जानकारी रखें, उनके दुख-सुख में शरीक हों। मगर आजकल ये बात जीवन बीमा एजेंट्स से ज्यादा इंटरव्यू लेने वालों के लिए सच हो गई है। इंटरव्यू लेने वाले का काम सवाल पूछना नहीं सामने वाले को बातचीत के लिए उकसाना होता है।

कोई भी सेलिब्रेटी अपने आपको बंद कर सकता है, यदि इंटरव्यू लेने वाला शुरू में ही बहुत आक्रामक हो जाए। क्रिकेट सितारों से पहली ही बात यदि चयनकर्ताओं के रवैये और बोर्ड के बर्ताव के बारे में होगी, तो वह सोचेगा कि इंटरव्यू जितनी जल्दी खत्म हो, उतना अच्छा। सिनेमा के सेलिब्रेटी से अगर आप बात की शुरुआत ही किसी स्केंडल से करेंगे, तो वो भी मुँह पर पट्टी बाँध लेगा।

करण जौहर ने "कॉफी विद करण" से टीवी पर सेलिब्रेटीज़ से बातचीत का नया अंदाज़ कायम किया है। इससे पहले सिमी ग्रेवाल भी बातचीत करती थीं, मगर करण जौहर ने इस तरह के शो को बहुत पापुलर किया।

रविवार से सोनी टीवी पर फराह खान ने इसी तरह का नया शो शुरू किया है - "तेरे मेरे बीच में"। फिल्मों से जुड़ा हुआ आदमी ही जब फिल्मी आदमी से बात करता है, तो बातचीत में एक सहजता होती है। सेलिब्रेटी बहुत आराम महसूस करता है। उसे पता रहता है कि मीडिया के पेटेंटे स्टूपिड सवाल यहाँ नहीं होंगे।

कस्बाई या कस्बाई मानसिकता के पत्रकार सवालों का एक खाना बनाकर रखते हैं। क्रिकेटर हो तो मैच फिक्सिंग और सिलेक्शन विवाद को लेकर सवाल, नेता हो तो भ्रष्टाचार का सवाल और सिनेमा वाला हो तो उसकी शादी का सवाल, उसकी प्रेमिका या प्रेमी को लेकर सवाल, अश्लीलता और हिंसा का जिक्र...। एक सवाल तो हमेशा ही - आप इस लाइन में कैसे आए?

पहले शो में फराह ने सलमान खान और उनकी माँ से घंटे भर बात की और ज्यादातर हिन्दी में। फराह का शो चूँकि हिन्दी में है, इसलिए ये "काफी विद करन" की टक्कर का पहला शो है। इस शो में कभी सलमान असहज नहीं हुए। उनके जीवन का ये सच पहली बार सामने आया कि वे अपनी माँ के बड़े भक्त हैं। माँ ने जबसे हाथ से खिलाना बंद किया सलमान ने पीली दाल नहीं खाई (संभवतः तुअर की दाल)। कहा कि वो स्वाद मिल ही नहीं सकता।

इस एक घंटे के शो में किसी भी लड़की का नाम नहीं लिया गया। संगीता बिजलानी से लेकर ऐश्वर्या और कैटरीना तक कितने ही नाम सलमान से जुड़े हैं, मगर मजाल है जो किसी का नाम आया हो। जब किसी का इंटरव्यू हो, तो उसके बारे में न सिर्फ गहरी जानकारी चाहिए, बल्कि सेलिब्रेटी से सहानुभूति भी होनी चाहिए। उसके लिए यदि मन में प्यार और आदर हो, तो क्या कहने। सलमान ने अब तक हज़ारों इटरव्यू दिए होंगे, मगर फर्क यह था कि इस बार सवाल करने वाली फराह खान थीं।