शनिवार, 20 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. व्यापार
  3. शेयर बाजार
  4. सेंसेक्स में रही मामूली गिरावट, निफ्टी भी फिसला
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 10 दिसंबर 2021 (18:30 IST)

सेंसेक्स में रही मामूली गिरावट, निफ्टी भी फिसला

Bombay stock exchange | सेंसेक्स में रही मामूली गिरावट, निफ्टी भी फिसला
मुंबई। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी शुक्रवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच एचडीएफसी लि., एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और कोटक बैंक में गिरावट के साथ बाजार नीचे आ गया।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 20.46 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,786.67 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.55 अंक यानी 0.03 प्रतिशत फिसलकर 17,511.30 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में टाइटन रही। इसके अलावा एचडीएफसी, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक और टेक महिंद्रा भी नुकसान में रही। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस और बजाज फिनसर्व शामिल हैं।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा कि कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर चिंता कम होने से घरेलू शेयर बाजारों में इस सप्ताह कुल मिलाकर तेजी रही।

इस सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने करीब 1.7 प्रतिशत का लाभ दिया। बीएसई मिड कैप और बीएसई स्मॉल कैप (मझोली और छोटी कंपनियों का सूचकांक) का प्रदर्शन बड़ी कंपनियों के सूचकांकों के मुकाबले बेहतर रहा। इनमें 2 से 3 प्रतिशत के बीच तेजी रही। ज्यादातर खंडवार सूचकांक सकारात्मक दायरे में रहे।

उन्होंने कहा, अल्पकाल में बाजार की अमेरिकी फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक में बांड खरीद कार्यक्रम में कमी लाने और प्रमुख नीतिगत दरों को लेकर रुख पर नजर होगी।

एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत बढ़कर 74.71 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया।(भाषा)
ये भी पढ़ें
वीर योद्धाओं की बेटि‍यां जब मुखाग्‍नि देती हैं तो देश का मस्‍तक और ऊंचा उठ जाता है