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Written By WD Feature Desk
Last Updated : गुरुवार, 26 सितम्बर 2024 (18:29 IST)

Navami shradh 2024: पितृ पक्ष का दसवां दिन : जानिए नवमी श्राद्ध तिथि पर क्या करें, क्या न करें

Navami Shraddha 2024: नवमी तिथि के श्राद्ध पर क्या करें, जानिए 9 खास बातें

Navami shradh 2024: नवमी श्राद्ध तिथि पर क्या करें, क्या न करें - Tenth day of Navami Shradh Paksha Date time and kutup kaal 2024
Navami Shradh Paksha 2024: श्राद्ध पक्ष के दसवें दिन नवमी का श्राद्ध रहेगा। 26 सितंबर 2024 गुरुवार के दिन नवमी तिथि है। जिन लोगों का देहांत इस दिन अर्थात तिथि अनुसार दोनों पक्षों (कृष्ण या शुक्ल) दशमी तिथि हो हुआ है उनका श्राद्ध इस दिन किया जाता है। इसे अविधवा और मातृ श्राद्ध भी कहते हैं। इस दिन दशमी का श्राद्ध भी कर सकते हैं।
 
श्राद्ध पक्ष की नवमी तिथि प्रारंभ एवं अंत समय:-
नवमी तिथि प्रारंभ: 26 सितम्बर 2024 को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट से।
नवमी तिथि समाप्त: 27 सितम्बर 2024 को दोपहर 01 बजकर 20 मिनट तक।
 
नवमी तिथि श्राद्ध 26 सितंबर 2024 का शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:48 से 12:36 तक।
कुतुप मूहूर्त: दोपहर 11:48 से 12:36 तक।
रोहिण मुहूर्त: दोपहर 12:36 से 01:25 तक।
अपराह्न काल: अपराह्‍न 01:24 से 03:48 तक।
 
पितृ पक्ष नवमी तिथि श्राद्ध की खास बातें:-
 
1. नवमी को जिनका देहांत हुआ है उनका श्राद्ध इस दिन करना चाहिए।
 
2. सौभाग्यवती महिलाओं का श्राद्ध नवमी के दिन किया जाता है यानी जिसका देहांत अविधवा के रूप में हुआ है।
 
3. नवमी के श्राद्ध को मातृ श्राद्ध भी कहते हैं। जिन माताओं के देहांत की तिथि ज्ञात नहीं है उनका श्राद्ध इस दिन किया जा सकता है।
 
4. नवमी के दिन श्राद्ध करने से जातक के सभी कष्ट दूर होते हैं। 
 
5. नवमी तिथि को श्राद्ध करने वाला प्रचुर ऐश्वर्य, सुख, शांति और सौभाग्य को प्राप्त करता है।
 
6. नवमी का श्राद्ध करने से कुल वृद्धि होती है और माताओं का आशीर्वाद मिलता है।
 
7. मातृ नवमी का श्राद्ध कर्म करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
 
8. इस दिन माता एवं परिवार की सभी स्त्रियों का श्राद्ध किया जाता है। इसे मातृ नवमी श्राद्ध भी कहा जाता है।
 
9. पंचबलि कर्म अर्थात देव, चींटी, मछली, गाय, कुत्ते और कौवे को अन्न जल देने से पितृदेव प्रसन्न होते हैं।