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Written By वार्ता
Last Updated :मुंबई (वार्ता) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:07 IST)

सेंसेक्स ने लगाई 506 अंक की डुबकी

सेंसेक्स ने लगाई 506 अंक की डुबकी -
महँगाई बढ़ने की चिंता और विश्व भर के बाजारों में गिरावट से चौतरफा बिकवाली का दबाव रहने पर देश के शेयर बाजारों में सोमवार को भारी उठापटक रही। बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स ने 506.08 अंक तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने 126.85 अंक की डुबकी लगाई।

अमेरिका के मई माह के रोजगार के आँकड़ों के आने के बाद शुक्रवार को वहाँ के शेयर बाजारों में भारी गिरावट का असर यहाँ पड़ने की आशंका पहले ही बनी हुई थी। एशियाई शेयर बाजारों के नीचे खुलने के समाचारों के बीच बीएसई और एनएसई भारी दबाव में खुले और सत्र के दौरान दोनों में भारी उठापटक थी।

बाजार सूत्रों का कहना है कि महँगाई की चिंता बाजार को सता रही है। कच्चे तेल की कीमतें शुक्रवार के 139.12 डॉलर के रिकॉर्ड भावों की तुलना में हालाँकि कुछ नरम पड़कर 137 डॉलर प्रति बैरल के आसपास हैं, किंतु ऊँचे दाम पूरे विश्व को प्रभावित कर रहे हैं।

सत्र की शुरुआत में सेंसेक्स शुक्रवार के 15572.18 अंक की तुलना में 456 अंक की भारी गिरावट से 15115.97 अंक पर खुला और यह मंदी निरंतर गहराती रही। कारोबार में सेंसेक्स 726 अंक तक गिरकर 15 हजार से नीचे 14846.18 अंक तक टूटा। इसके बाद छिटपुट समर्थन मिलने के बाद ऊँचे में 15202.74 अंक तक चढ़ने के उपरांत कुल 506.08 अंक अर्थात 3.25 प्रतिशत घटकर 15066.10 अंक रह गया।

बीएसई के मिडकैप और स्मालकैप में क्रमश: 2.83 तथा 3.63 प्रतिशत का नुकसान हुआ। रियलटी सूचकांक 7.38 प्रतिशत अर्थात 458.08 अंक के नुकसान से 5752.22 अंक रह गया। बैंकेक्स, ऑइल एंड गैस और कैपीटल गुड्स के सूचकांकों में 300 अंक से अधिक की गिरावट रही। ऑटोमोबाइल और आईटी सूचकांक क्रमश: 103.68 तथा 193.61 अंक नीचे आए।

एनएसई का निफ्टी कारोबार के दौरान इस वर्ष 22 जनवरी के 4448 अंक के बाद के न्यूनतम स्तर 4411.60 अंक तक लुढ़कने के बाद इसकी तुलना में करीब 90 अंक की बढ़त पाने में सफल रहा। कारोबार की शुरुआत में निफ्टी शुक्रवार के 4627.80 अंक की तुलना में 4626.45 अंक पर खुला और यही सत्र का अधिकतम स्तर भी रहा।

समाप्ति पर कुल 126.85 अंक अर्थात 2.74 प्रतिशत के नुकसान से निफ्टी 4500.95 अंक पर बंद हुआ। इसके मिडकैप 50 और जूनियर में क्रमश: 3.32 तथा 3.80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

रियलटी क्षेत्र के शेयरों में बिकवाली के दबाव के चलते सेंसेक्स से जुड़ी इस क्षेत्र की अग्रणी डीएलएफ का शेयर अपने आवंटन मूल्य 525 रुपए की तुलना में 7.39 प्रतिशत अर्थात 38.40 रुपए के नुकसान से 475 रुपए रह गया। भेल का शेयर इस वर्ष के न्यूनतम स्तर 1325.25 रुपए पर बंद हुआ। इसमें शुक्रवार के मुकाबले 3.29 प्रतिशत अर्थात 46.80 रुपए की गिरावट रही।

एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 2.1 प्रतिशत नीचा रहा। न्यूजीलैंड के शेयर बाजार में भी गिरावट थी। बीएसई में कुल 2693 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ और चौतरफा बिकवाली का दबाव रहने से इसमें से 80.58 प्रतिशत अर्थात 2170 के शेयर घाटे रहे। मात्र 474 कंपनियों अर्थात 17.60 प्रतिशत के शेयर लाभ तथा केवल 49 कंपनियों के शेयरों में कोई घटबढ़ नहीं थी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में मात्र तीन के शेयर लाभ में रहे।

सेंसेक्स में प्रतिशत के लिहाज सर्वाधिक नुकसान जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर में 8.65 प्रतिशत का रहा। सत्र की समाप्ति पर इसमें 181.35 रुपए पर 17.40 रुपए का घाटा दर्ज किया गया। ओएनजीसी का शेयर 7.02 प्रतिशत अर्थात 65.90 रुपए टूटकर 864.90 रुपए रह गया। सर्वाधिक भारांक रखने वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 3.41 प्रतिशत अर्थात 76.25 रुपए गिरकर 2239.35 रुपए पर बंद हुआ।

एचडीएफसी, रिलायंस इन्फ्रा, विप्रो लिमिटेड, टीसीएस, इन्फोसिस टेक, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, अम्बुजा सीमेंट, सत्यम कंप्यूटर, एसबीआई, एलएंडटी, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल और एसीसी के शेयर सेंसेक्स के नुकसान वाली पहली बीस कंपनियों के शेयर रहे और इनमें दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट थी।

फायदे वाले तीन शेयरों में रैनबैक्सी लैबोरेट्रीज का शेयर 3.87 प्रतिशत अथवा 19.60 रुपए बढ़कर 506.80 रुपए पर बंद हुआ। रिलायंस कम्युनिकेशंस में 546.80 रुपए पर 1.34 प्रतिशत अर्थात 7.30 रुपए का फायदा रहा। हिंडाल्को का शेयर 175.60 रुपए पर 35 पैसे बढ़कर बंद हुआ।