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Written By भाषा

छह माह में 6800 अंक गिरा सेंसेक्स

शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी

छह माह में 6800 अंक गिरा सेंसेक्स -
बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स अपने इतिहास में एक छमाही के दौरान सर्वाधिक कुल 6825.39 अंक की गिरावट के साथ सोमवार को 340.62 अंक गिरकर 13461.60 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 96.10 अंक टूटकर 4040.55 अंक रह गया।

इस वर्ष की शुरुआत में सेंसेक्स ने तेजी के नए रिकॉर्ड बनाए नए रिकॉर्ड बनाए थे। दस जनवरी के कामकाज में सेंसेक्स 21206.77 अंक की चोटी पर पहुँच गया था। इसी साल आठ जनवरी को सेंसेक्स 20873.38 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।

कच्चे तेल के उबाल और महँगाई की आँच में पिछले छह सप्ताह के दौरान ही सेंसेक्स को 3709.82 अंक का झटका लगा है। परमाणु मुद्दे को लेकर चल रही तकरार भी शेयर बाजारों पर भारी पड़ी।

वर्ष की समाप्त हुई छमाही के दौरान एशियाई शेयर बाजारों की स्थिति भी बहुत दयनीय रही। जापान के निक्केई सूचकांक में 1995 के बाद एक छमाही की सर्वाधिक गिरावट रही। हांगकांग के हैंगसैंग में पिछले एक दशक के बाद छमाही का सबसे अधिक नुकसान हुआ। चीन के शंघाई कम्पोजिट सूचकांक में 1994 के बाद एक माह की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई।

बाजार सूत्रों का कहना है कि यदि कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा होता रहा तो यह शेयर बाजारों के लिए आगे भी बहुत घातक सिद्ध होगा।

सत्र की शुरुआत से ही बीएसई और एनएसई में गिरावट का रुख था और यह कमोबेश लगातार बना रहा। सेंसेक्स शुक्रवार के 13802.22 अंक की तुलना में करीब 20 अंक नीचा 13791.02 अंक पर खुला और बिकवाली का दबाव अधिक रहा।

ऊँचे में 13872.06 अंक तक जाने के बाद सेंसेक्स टूटकर नीचे में 13405.54 अंक तक गिरा और समाप्ति पर करीब 55 अंक सुधरने के बावजूद कुल 340.62 अंक अर्थात 2.47 प्रतिशत के नुकसान से 13461.60 अंक पर बंद हुआ।

एनएसई का निफ्टी 96.10 अंक अर्थात 2.32 प्रतिशत के नुकसान से 4040.55 अंक रह गया। सत्र की शुरुआत में यह शुक्रवार के 4136.65 अंक की तुलना में 4136.25 अंक पर खुला और ऊँचे में 4163 तथा नीचे में 4021.70 अंक तक गिरा। इस वर्ष आठ जनवरी को निफ्टी के रिकॉर्ड बंद 6287.85 अंक से तुलना की जाए तो इसमें 2247.40 अंक का नुकसान हुआ है।

बीएसई के मिडकैप और स्मालकैप में क्रमश: 3.10 तथा 3.40 प्रतिशत का नुकसान हुआ। इनके सूचकांक 172.27 तथा 236.11 अंक के नुकसान से क्रमश: 5386.48 तथा 6701.96 अंक पर बंद हुए। अन्य सूचकांकों में आईटी, एफएमसीजी और हैल्थ केयर में मामूली बढ़त रही, जबकि आइल एंड गैस 378.47 अंक, कैपिटल गुड्स 361.45 अंक और रियलटी 331.78 अंक लुढ़के। बैंकेक्स में 209.97 अंक तथा ऑटोमोबाइल सूचकांक में 104.30 अंक की गिरावट रही।

एनएसई का निफ्टी मिडकैप और जूनियर क्रमश: 4.04 तथा 3.93 प्रतिशत टूटकर 1947.25 तथा 6201.05 अंक पर बंद हुए। सत्र के दौरान बीएसई में 2692 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 78.27 प्रतिशत अर्थात 2107 में नुकसान और 20.17 प्रतिशत अर्थात 543 में लाभ रहा।

मात्र 42 कंपनियों के शेयर उठापटक की मार से बचे। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 21 में घाटा, 8 में लाभ और 1 में स्थिरता रही। सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले बीस शेयरों में रिलायंस इन्फ्रास्‍ट्रक्‍चर के शेयर ने 11.47 प्रतिशत का गोता लगाया।

कंपनी का शेयर सत्र की समाप्ति पर कुल 101.70 रुपए की गिरावट से 751.05 रुपए का रह गया। सीमेंट वर्ग की एसीसी लिमिटेड, अम्बूजा सीमेंट और ग्रासिम इंडस्ट्रीज के शेयरों को क्रमश: 9.80 प्रतिशत, 6.83 प्रतिशत तथा 6.66 प्रतिशत की डुबकी लगाई।

अचल संपत्ति कारोबार की अग्रणी डीएलएफ का शेयर 6.60 प्रतिशत अर्थात 28 रुपए के नुकसान से 389 रुपए रह गया। आवंटन मूल्य 530 रुपए की तुलना में डीएलफ का शेयर 141 रुपए नीचे आ चुका है।

रिलायंस कम्युनि‍केशंस, टाटा मोटर्स, महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा, एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजूकी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, एचडीएफसी, हिन्दुस्तान यूनीलीवर, विप्रो लिमिटेड और टीसीएस के शेयर सेंसेक्स के नुकसान वाले पहले बीस शेयरों में शामिल थे।

फायदे वाले सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक बढ़त हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के शेयर में 1.97 प्रतिशत की रही। कंपनी का शेयर पौने 3 रुपए बढ़कर 142.10 रुपए पर बंद हुआ। आईटी वर्ग की दूसरी बड़ी कंपनी इन्फोसिस टेक्‍नोलॉजीस के शेयर में 1734.75 रुपए पर 1.59 प्रतिशत अर्थात 27.15 रुपए का लाभ हुआ।

आईटीसी लिमिटेड, जयप्रकाश एसोसिएट्स, एनटीपीसी लिमिटेड, सिप्ला लिमिटेड, टाटा स्टील और भेल के शेयर सेंसेक्स से जुड़ी कंपनियों में लाभ वाली श्रेणी में रहे।