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Written By भाषा

धन निकासी ने बिगाड़ी बाजार की सेहत

धन निकासी ने बिगाड़ी बाजार की सेहत -
मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 11.05 प्रतिशत के उच्चतम स्तर को छू जाने, विदेशी निधियों की सतत बिकवाली तथा तमाम राजनीतिक चिंताओं के कारण 20 जून को समाप्त सप्ताह में देश के प्रमुख शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा और सेंसेक्स हानि दर्शाते बंद हुए।

बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान तमाम नकारात्मक खबरों के कारण सेंसेक्स में लगातार पाँचवें सप्ताह गिरावट आई और यह लगभग चार प्रतिशत की गिरावट के साथ 43 सप्ताह के निम्नतम स्तर 14571.29 पर बंद हुआ।

मुद्रास्फीति दर के बढ़कर 11.05 प्रतिशत हो जाने की मुख्य वजह कच्चे तेल मूल्यों में आई तेजी है। इसके अलावा विदेशी निधियों की सतत बिकवाली तथा राजनीतिक चिंताओं ने बाजार धारणा को प्रभावित किया, जो चालू कैलेंडर वर्ष में सेंसेक्स को निम्नतम स्तर की ओर ले गया।

बंबई शेयर बाजार के 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में विगत पाँच सप्ताह में 2863.65 अंक की गिरावट आई है तथा यह चालू कैलेंडर वर्ष में 10 जनवरी के अपनी 21206.77 अंक की सर्वोच्च ऊँचाई के मुकाबले 6635.48 अंक नीचे आ गया है।

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 15789.62 अंक और 14519.27 अंक के दायरे में घूमने के बाद सप्ताहांत में 618.33 अंकों की गिरावट के साथ 14 571.29 अंक पर बंद हुआ। पिछले सप्ताहांत यह 15 185.92 अंक पर बंद हुआ था।

बंबई सेंसेक्स 24 अगस्त 2007 को 14424.87 पर बंद हुआ था। उसके बाद से यह इस स्तर पर बंद नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 169.55 अंकों की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 4347.55 पर बंद हुआ, जो पिछले सप्ताहांत 4517.10 अंक पर बंद हुआ था।

मुद्रास्फीति का आँकड़ा बाजार की उम्मीदों से कहीं अधिक था. जिसने शेयर बाजार में अफरा-तफरी मचा दी और शुक्रवार को बंबई सेंसेक्स में लगभग 500 अंकों की गिरावट आई।

कमजोर वैश्विक संकेतों ने भी बाजार धारणा को प्रभावित किया। बाजार में चौतरफा बिकवाली के कारण खासकर ब्याज दर के प्रति संवेदनशील क्षेत्रीय इंडेक्स या कोई भी इंडेक्स सकारात्मक रुख लिए नहीं बंद हुआ। रियलिटी पूंजी माल तथा तेल एवं गैस इंडेक्स को करारा झटका लगा।

बीएसई रियलिटी इंडेक्स को सर्वाधिक झटका लगा और सप्ताहांत में यह 437.09 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके पीछे यह आशंका काम कर रही थी कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कुछ मौद्रिक उपाय कर सकता है, जिसके कारण इस क्षेत्र का विकास धीमा हो सकता है।

बीएसई सीजी इंडेक्स 619.37 अंकों की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 11399.79 अंक पर बंद हुआ, जबकि बीएसई ऑइल एंड गैस इंडेक्स 497.12 अंकों की गिरावट के साथ 9419.89 अंक पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने चालू माह में 19 जून तक 7478 करोड़ रुपए की निकासी की है, जिससे भी कारोबार धारणा प्रभावित हुई।

कलकत्ता शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान कारोबार में उतार चढ़ाव का रुख रहा तथा अंत में यह हानि दर्शाता बंद हुआ। कलकत्ता शेयर बाजार का 40 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 109.78 अंकों की गिरावट के साथ 7155.71 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह यहाँ 73.93 अंकों की गिरावट आई थी।