गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. »
  3. सनातन धर्म
  4. »
  5. इतिहास
  6. चीन में मिले 1,000 वर्ष पुराने हिन्दू मंदिर के खंडहर
Written By WD

चीन में मिले 1,000 वर्ष पुराने हिन्दू मंदिर के खंडहर

Chinese Hindu Temple | चीन में मिले 1,000 वर्ष पुराने हिन्दू मंदिर के खंडहर
FILE
इतिहासकारों के अनुसार चीन के समुद्र से लगे औद्योगिक शहर च्वानजो में और उसके चारों ओर का क्षे‍त्र कभी हिन्दुओं का तीर्थस्थल था। वहां 1,000 वर्ष पूर्व के निर्मित हिन्दू मंदिरों के खंडहर पाए गए हैं। इसका सबूत चीन के समुद्री संग्रहालय में रखी प्राचीन मूर्तियां हैं।

वैसे वर्तमान में चीन में कोई हिन्दू मंदिर तो नहीं है, लेकिन 1,000 वर्ष पहले सुंग राजवंश के दौरान दक्षिण चीन के फुच्यान प्रांत में इस तरह के मंदिर थे लेकिन अब सिर्फ खंडहर बचे हैं।

द हिन्दू की खबर अनुसार चीन के एक पुराने शहर च्वानजो में 1,000 वर्ष वर्ष पूराने हिन्दू मंदिरों के खंडहर आज भी मौजूद हैं। इन खंडरों से प्राप्त मूर्तियां च्वानजो के समुद्री म्यूजियम में रखी है।

इन मंदिरों में विष्णु की नृसिंह अवतार वाली मूर्तियां थीं। इसके अलावा मंदिरों के स्तंभों पर अंकित थीं शिवलिंग और हाथियों की मूर्तियां। इन मंदिरों की शैली बिलकुल दक्षिण भारतीय मंदिरों की तरह है।

इतिहासकार कहते हैं कि सुंग (960-1279) और युआन (1279-1368) राजवंशों के दौरान दर्जनभर मंदिरों का निर्माण किया गया था जिसमें से 2 भव्य मंदिर थे जिनके खंडहर आज भी हैं।

म्यूजियम की वॉइस क्यूरेटर वॉन्ग लिमिंग और केयरटेकर हुंग यिशान ने बताया कि हमने यहां संग्रहित करने रखी हैं प्राचीन हिन्दू मंदिरों की मूर्तियां हम चाहेंगे की भारत के लोग आएं और इसे देंखे हम उनका स्वागत करते हैं।

चीन के इस हिन्दू मंदिर में होती है आज भी पूजा देंखे वीडियो भी....


शहर में ही एक हिन्दू मंदिर में आज भी पूजा होती है लेकिन स्थानीय निवासी इसे महिला बोधिसत्व का मंदिर मानकर इसकी मूर्ति की पूजा करते हैं, हालांकि यह स्थान प्राचीनकाल में हरिवर्ष कहलाता था।


स्थानीय विद्वान अभी भी इसकी पहचान के बारे में अनिश्चय की स्थिति में हैं, लेकिन क्या वे जानते हैं कि इस मंदिर की मूल जड़ें दूर दक्षिण भारत में हैं। माना जाता है कि 1,000 साल पहले तमिल व्यापारियों द्वारा इस मंदिर को बनवाया गया था। सैकड़ों वर्ष पहले यह क्षेत्र समुद्री वाणिज्य-व्यापार का प्रमुख बंदरगाह था।

500 वर्ष तक यह मंदिर मिट्टी में दबे रहे, लेकिन ग्रामीणों ने इसे खोद निकाला और अब वे इसकी अच्छे से देखरेख भी कर रहे हैं। मंदिर में विराजमान जिस देवी की ये पूजा-प्रार्थना करते हैं उनके अनुसार यह अच्छी किस्मत देने वाली देवी है।

वीडियो सौजन्य : यूटयूब