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ये 13 तस्वीरें बदल देंगी आपकी किस्मत की तस्वीर

ये 13 तस्वीरें बदल देंगी आपकी किस्मत की तस्वीर - photo According architectural
संकलन : अनिरुद्ध जोशी 'शतायु'
तस्वीरों और रंगों का आपके मन और भाग्य पर बहुत गहरा असर पड़ता है। अगर आपने अपने घर के शयन कक्ष, रसोईघर या अतिथि कक्ष में नकारात्मक तस्वीरें लगा रखी हैं तो उन्हें तुरंत हटा दें।
पुराणों में कई स्थानों पर वास्तु दोषों के शमन के लिए चित्र, नक्काशी, बेलबूटे, मनोहारी आकृतियों आदि के उपयोग का वर्णन है। राजा भोज का समरांगन सूत्रधार, विश्वकर्मा प्रकाश, राजबल्लभ, शिल्प संग्रह, विश्वकर्मीय शिल्प, बृहद्वास्तु माला आदि वास्तुशास्त्र के महत्वपूर्ण ग्रंथ माने जाते हैं। इन ग्रंथों में वास्तु दोषों के शमन हेतु चित्रों के उपयोग का विशद वर्णन है।
 
आओ जानते हैं कि कहां किस तरह का चित्र लगाएं जिससे कि जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली के साथ ही धन की बरसात होने लगे। लेकिन इससे पहले यह भी जानना जरूरी है कि किस तरह के चित्र नहीं लगाना चाहिए...
 
 

ये तस्वीरें कतई न लगाएं : नकारात्मक तस्वीरों में महाभारत के युद्ध का चित्र, ताजमहल का चित्र, किसी की कब्र या समाधि का चित्र, कांटेदार पौधों का चित्र, डूबती हुई नाव या जहाज, फव्वारे और जंगली जानवरों के चित्र आदि घर की ‍दीवारों पर लगा रखे हैं तो तुरंत ही हटा दें।
बंदर, सर्प, गिद्ध, कबूतर, बाघ, कौआ, गरूड़, उल्लू, भालू, सियार, सूअर आदि की तस्वीरें या मूर्ति कतई न रखें। ऐतिहासिक-पौरा‍णिक घटनाओं को दिखाने वाली तस्वीरें न लगाएं। घर में स्थान-स्थान पर भगवान की मूर्तियां या चित्र न लगाएं। इनसे लाभ की बजाय हानि होती है। लगातार इन चित्रों को देखते रहने से नकारात्मक भावों का ही विकास होता है जिसके चलते हमारे जीवन में अच्‍छी घटनाएं घटना बंद हो जाती हैं।
 
कभी भी परिवार के मृत व्यक्तियों का चित्र देवी और देवताओं के साथ न लगाए या रखें। यदि आप अपने मृतकों का चित्र लगाना ही चाहते हैं तो उनका चित्र उत्तर की दीवार पर इस तरह लगाएं कि उनका मुख दक्षिण की ओर हो। दूसरी बात, ऐसी जगह लगाएं कि वह घर में आते या जाते दिखाई न दें।
 
पानी से संबंधित चित्र जिसमें पहाड़ भी है उसे ईशान कोण में भूलकर भी न लगाएं।
 
आओ अब जानते हैं कि कहां किस तरह का चित्र लगाएं जिससे ‍कि जीवन में शांति, समृद्धि और खुशहाली के साथ ही धन की बरसात होने लगे।
 
अगले पन्ने पर पहली तस्वीर...
 

खुशहाल पारिवारिक फोटो : यदि आपके घर में गृहकलह बनी रहती है या वैचारिक मतभेद हैं तो आप कहीं से ऐसे चित्र लेकर आएं जिसमें हंसता-मुस्कुराता संयुक्त परिवार हो। उसे लाकर आप अपने अतिथि कक्ष में लगा दें, जहां पर सभी की नजर आते-जाते पड़ती रहें। बस कुछ दिनों में देखिए इस चित्र का जादू। 
सपरिवार प्रसन्नचित्त मुद्रा वाला चित्र लगाएं : यदि आप दूसरों के चित्र न लगाना चाहते हैं तो खुद के ही परिवार के सदस्यों का प्रसन्नचित्त मुद्रा में दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में एक तस्वीर लगाएं। इसमें परिवार के सभी सदस्य होने चाहिए और उनके चेहरे प्रसन्नचित्त मुद्रा में होने चाहिए।
 
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पति-पत्नी में प्यार के लिए तस्वीर :
 
*यदि पति और पत्नी में तनाव है या किसी कारणवश प्यार का संबंध स्थापित नहीं हो पा रहा है तो आप अपने शयन कक्ष में राधा-कृष्ण का एक सुंदर-सा चित्र लगा सकते हैं।
*यदि आप राधा-कृष्ण का चित्र नहीं लगा सकते हैं तो हंसों के जोड़े का सुंदर-सा मन को भाने वाला चित्र लगा सकते हैं।
*इसके अलावा हिमालय, शंख या बांसुरी के चित्र भी लगा सकते हैं। ध्यान रखें, उपरोक्त में से किसी भी एक का ही चित्र लगाएं।
*यदि शयन कक्ष अग्निकोण में हो तो पूर्व-मध्य दीवार पर शांत समुद्र का चित्र लगाना चाहिए।
* शयन कक्ष के अंदर भूलकर भी पानी से संबंधित चित्र न लगाएं, क्योंकि पानी का चित्र पति-पत्नी और 'वो' की ओर इशारा करता है।
 
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समृद्धि या अपार धन के लिए :
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*यदि आप अपार धन और समृद्धि की आकांक्षा रखते हैं तो घर में अतिथि कक्ष में हंस की बड़ी-सी तस्वीर लगाएं।
* इसके अलावा कहीं किसी कोने में धन के ढेर का एक छोटा-सा चित्र भी लगा दें।
* घर की उत्तर दिशा की दीवार पर लक्ष्मी या कुबेर की तस्वीर भी लगा सकते हैं।
*माना जाता है कि लगातार खुश रहने और धन की ही कल्पना करते रहने से धन प्राप्ति के सभी मार्ग खुलने लगते हैं। आप धनवान बनने के सपने देखिए।
 
अगले पन्ने पर चौथी तस्वीर...
 

जीवन में तरक्की के लिए :
* घर में लगाएं समुद्र किनारे दौड़ते हुए 7 घोड़ों की तस्वीर। घोड़े की तस्वीर लगाने के लिए पूर्व दिशा को शुभ माना गया है।
* घोड़ों की तस्वीर न लगाना चाहें तो आप तैरती हुए मछलियों के चित्र भी लगा सकते हैं।
* घोड़ों की तस्वीर अक्सर व्यापारिक संस्थान और कार्यालयों पर लगाई जाती है इसलिए जब भी घर में घोड़ों की तस्वीर लगाएं तो किसी वस्तुशास्त्री से पूछकर ही लगाएं। वह आपको सही तस्वीर और सही जगह के बारे में सही ज्ञान देगा। ऐसा आपके घर को देखकर ही किया जा सकता है।
 
अगले पन्ने पर पांचवीं तस्वीर...
 
आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ाने के लिए : अतिथि कक्ष में घर के मुखिया की सीट के पीछे पहाड़ या उड़ते हुए पक्षी का चित्र लगा हो। ऐसी तस्वीरों से अत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है।
 
अगले पन्ने पर छठी तस्वीर...
 

जीवन में शांति के लिए : यदि आप जीवन में शांति चाहते हैं तथा तनाव और चिंता को मिटाना चाहते हैं तो कहीं से भी भगवान बुद्ध या महावीर स्वामी की ध्यानमग्न सुंदर और बड़ी-सी तस्वीर लेकर आएं और उसे ऐसे स्थान पर लगाएं, जहां से वह आपको आसानी से दिखाई देती रहे। निश्चित ही आपका मन शांत होने लगेगा।
* बुद्ध और महावीर का चित्र नहीं लगाना चाहते हैं तो किसी वास्तु शास्त्री से संपर्क करके दूसरे चित्रों की सलाह ले सकते हैं। हालांकि कहते हैं कि ‍किसी का मन अशांत हो तो घर के उत्तर-पूर्व में ऐसे बगुले का चित्र लगाना चाहिए, जो ध्यानमग्न हो।
 
* समुद्र में लहर उठती हुई तस्वीर लगाने से मानसिक शांति की कमी बनी रहती है। इससे पति-पत्नी के संबंधों पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।
 
अगले पन्ने पर सातवीं तस्वीर...
 
शौचालय : यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है। प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बाहर शिकार करते हुए शेर का चित्र लगा दें।
 
अगले पन्ने पर आठवीं तस्वीर...
 
रसोईघर में : यदि आपका रसोईघर अग्निकोण में न होते हुए किसी ओर दिशा में बना है तो वहां पर यज्ञ करते हुए ऋषियों की चित्राकृति लगाएं। इससे वहां का वास्तु दोष मिट जाएगा और धन के मार्ग में रुकावट नहीं आएगी। साथ ही संकटों का यह प्राथमिक उपचार होगा।
 
अगले पन्ने पर नौवीं तस्वीर...
 

अन्न के भंडार भरे रहेंगे : रसोईघर में किचन स्टैंड के ऊपर सुंदर फलों और सब्जियों के चित्र लगाएं। साथ ही अन्नपूर्णा माता का चित्र भी लगाएं तो घर में बरकत बनी रहेगी।
* गणेशजी की ऐसी तस्वीर : जिस घर में रसोईघर दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय कोण में नहीं हो तब वास्तु दोष को दूर करने के लिए रसोई के उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में सिंदूरी गणेशजी की तस्वीर लगानी चाहिए।
 
* वास्तु विज्ञान के अनुसार रसोईघर आग्नेय कोण में होना शुभ फलदायी होता है। यदि ऐसा नहीं है तो इससे घर में रहने वाले लोगों की सेहत, खासतौर पर महिलाओं की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अन्न-धन की भी हानि होती है।
 
अगले पन्ने पर दसवीं तस्वीर...
 

पढ़ने के कक्ष में : यदि बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता हो तो पढ़ने के कक्ष में मां सरस्वती, वेदव्यास या किसी पढ़ते हुए बच्चे का चित्र लगाएं।
 
* घर के उत्तर की ओर ही बच्चे का मुंह होना चाहिए और तस्वीरें भी उत्तर की दीवार पर लगी होना चाहिए।
* इसके अलावा किसी हरे तोते का चित्र लगाएं जिससे बच्चे का पढ़ने में तुरंत ही मन लगने लगेगा।
* घर के उत्तर की दीवार पर हरियाली, तोते या चहकते हुए पक्षियों का शुभ चित्र लगाएं। इससे घर के सभी सदस्यों की एकाग्रता बढ़ेगी।
* इसके अलावा मोर, वीणा, कलम, पुस्तक, हंस या मछली के चित्र भी लगा सकते हैं। ध्यान रखें, उपरोक्त में से किसी एक का ही चित्र लगाएं।
* कुल वास्तुकार जंपिंग फिश, डॉल्फिन या मछलियों के जोड़े को लगाने की सलाह भी देते हैं।
 
अगले पन्ने पर ग्यारहवीं तस्वीर...
 
यदि चाहते हैं संतान तो : ऐसे दंपति जो संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, वे अपने शयन कक्ष में श्रीकृष्ण के बालरूप की तस्वीर लगाएं।
 
यदि आप श्रीकृष्ण के बालरूप वाली तस्वीर नहीं लगाना चाहते हैं तो किसी हंसते-मुस्कुराते सुंदर बालक की तस्वीर भी लगा सकते हैं। हालांकि यदि श्रीकृष्ण के बालरूप की तस्वीर लगाएंगे तो इसके दो फायदे होंगे। पहला यह कि संतान सुख मिलेगा तथा दूसरा यह कि संतान श्रीकृष्ण जैसी गुणवान भी होगी।
 
अगले पन्ने पर बारहवीं तस्वीर...
 
हनुमानजी का चित्र : घर में दक्षिण दीवार पर हनुमानजी का लाल रंग का चित्र लगाएं। इसके दो लाभ हैं। पहला यह कि आपका मंगल यदि अशुभ है तो शुभ होने लगेगा और दूसरा यह कि आपके मन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रहेगा। जीवन में मंगल ही मंगल होगा और सभी तरह के संकटों से आप दूर रहेंगे। हनुमानजी का आशीर्वाद आपको मिलने लगेगा, साथ ही पूरे परिवार का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
 
अगले पन्ने पर तेरहवीं तस्वीर...
 

द्वार : घर के द्वार के ऊपर बाहर की ओर गणेशजी की तस्वीर लगाएं। दाएं और बाएं शुभ और लाभ लिखें और द्वार पर वंदरवार लगाएं जिसमें बेलबूटे, नक्काशी या सुंदर चित्र बने हों।
ध्यान रखें, द्वार के बाहर अपने किसी गुरु या किसी अन्य देवी या देवता का चित्र कदापि न लगाएं। वास्तु अनुसार यह उचित नहीं होता है। मात्र गणेशजी की मूर्ति या उनकी तस्वीर ही लगा सकते हैं। 
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