मायके से विदा होगी मां नंदा...आंखों से छलके आंसू...
ललित भट्ट देहरादून से
छठे दिन मां नंदा अपने मायके के अंतिम गांव भगौती में प्रवास करेंगी। नंदादेवी राजजात यात्रा आज छठे दिन लाटू देवता जो कि नंदा के भाई माने जाते हैं, के सानिध्य में आगे बढ़ी थी। कल लाटू ने कोटी गांव में नंदादेवी का स्वागत किया था। नंदा अपने पीहर के रास्ते में है। शिव के पास त्रिच्चूल पर्वत की जड़ तक होमकुण्ड में उन्हें आगामी दिनों में एक चौसिंगिया खाडू यानि चार सींग वाले भेड़ के बच्चे के साथ छोड़ा जाएगा। यह चौसिंगिया मेढ़ा इन दिनों इस राजजात का नेतृत्व कर रहा है।
इस दौरान नंदा अपने माइके के तमाम गांवों से होकर विदा हो रही है। यह दृश्य हर गांव में अत्यन्त द्रवित करने वाला है। गांव में नंदादेवी की छन्तोलियां आती हैं ता नंदा के जयकारे लगाते लोग खुशी से झूम उठते हैं। लेकिन जैसे ही गांव से नंदा विदा लेने लगती है औरतें, बच्चे, बड़े-बूढ़े सभी रोने बिलखने लगते हैं।