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Written By WD

मध्यप्रदेश में अब पीएससी घोटाला!

-वेबदुनिया स्पेशल

Madhya Pradesh Public Service Commission | मध्यप्रदेश में अब पीएससी घोटाला!
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लगता है मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने व्यापमं घोटाले से कोई सबक ‍नहीं लिया है। इसी बीच, राज्य लोक सेवा आयोग की होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर परीक्षा के पेपर बिकने की खबरें सामने आ रही हैं। उल्लेखनीय है कि व्यापम घोटाले में पीएमटी में फर्जीवाड़े के साथ ही सरकारी विभागों की भर्तियों में काफी फर्जीवाड़ा हुआ था। यह घोटाला न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश में सुर्खियों में रहा था। इस मामले में अभी भी कई लोग सलाखों के पीछे हैं।

दरअसल, गत 9 मार्च को होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर के 114 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। बताया जा रहा है कि परीक्षा केन्द्र पर पेपर बिना सील के पहुंचे थे, जबकि यह सील एक पुलिसकर्मी, एक पीएससी का व्यक्ति तथा दो या तीन परीक्षार्थियों के समक्ष खोली जाती है। साथ ही परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने में लगने वाला समय इतना होता है कि किसी को भी पेपर के बारे में जानकारी दी जा सकती है।

खबर यह भी सामने आ रही है कि इस परीक्षा का प्रश्न पत्र 8 मार्च की दोपहर 3 बजे ही आउट हो चुका था। इतना ही नहीं प्रश्नों के उत्तर भी एसएमएस के जरिए सर्कुलेट कर दिए गए थे। यह एसएमएस परीक्षार्थियों को 5, 20 और 25 उत्तरों के साथ मिले।

कैसे पहुंचे प्रश्नपत्र परीक्षार्थियों तक : सूत्रों का यह भी कहना है कि बहुत फूलप्रुफ प्लान के तहत करीब 10 लाख रुपए में प्रश्न बेचे गए। इस प्रश्नपत्र को हल करवाने के लिए एक अज्ञात स्थान पर एक जोड़ी कपड़े और टोकन मनी के साथ संबंधित व्यक्ति को बुलाया गया साथ ही इस दौरान मोबाइल स्विच ऑफ करने की भी सख्त हिदायत दी गई थी। शेष राशि परीक्षा छूटने के बाद देना तय हुआ था। बताया जा रहा है कि इस मामले के तार भी इंदौर के एक बड़े अस्पताल से जुड़े हुए हैं, जिसका नाम व्यापमं घोटाले में भी सामने आया था।

क्या कहता है पीड़ित पक्ष : इस संबंध में आयुष हेल्थ केयर एंड अवेयरनेस सोसायटी ने पीएससी के परीक्षा नियंत्रक श्रीकृष्ण शर्मा को इस संबंध में शिकायत कर परीक्षा को निरस्त करने की मांग की है। संगठन के सचिव चिराग छाजेड़ ने बताया कि सोसायटी ने इस संबंध में मुख्‍यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे, मुख्‍य सचिव आयुष विभाग, अध्यक्ष लोक सेवा आयोग सहित अन्य शीर्ष व्यक्तियों को भी शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि यदि परीक्षा को निरस्त नहीं किया जाता है तो पूरे प्रदेश के परीक्षार्थी आंदोलन का रास्ता अपना सकते हैं। उन्होंने शासन से इस पूरे मामले की जांच करने का भी आग्रह किया है। इस बीच, खबर है कि आयोग ने 16 मार्च को होने वाली आयुर्वेदिक चिकित्सकों की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। 800 पदों के लिए होने वाली इस परीक्षा में 20 से 27000 परीक्षार्थी बैठने वाले थे।

...क्या बोले जिम्मेदार : जब इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक श्रीकृष्ण शर्मा (0731-2700406) और पीएससी की उपसचिव वंदना वैद्य (073-2702058) से संपर्क करने की कोशिश की तो फोन पर उपलब्ध नहीं हुए। साथ ही उनके कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि साहब और मैडम मीटिंग में हैं या राउंड पर हैं। जब उनसे दोनों ही अधिकारियों का मोबाइल नंबर मांगा तो उन्होंने इनकार कर दिया।