Last Updated :श्रीनगर , गुरुवार, 10 जुलाई 2014 (07:57 IST)
घाटी से गैर कश्मीरियों का भारी पलायन जारी
कश्मीर घाटी से दो दिनों में 8 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिक जान बचाकर भाग चुके हैं। इस पर किसी का ध्यान नहीं है। कट्टरपंथी इनके घरों में घुसकर मारपीट और लूटपाट कर रहे हैं।
मंगलवार को करीब सौ बसें श्रमिकों को लेकर जम्मू रेलवे स्टेशन पहुँचीं। इनमें अधिकतर बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश के हैं। ये श्रमिक रात के अँधेरे में जान बचाकर बसों से कश्मीर छो़ड़कर जा रहे हैं। इन लोगों को 21 अगस्त तक घाटी के बाहर जाने का फरमान सुनाया गया है।
जमा पूँजी भी छीनी : जम्मू पहुँचे बिहार के श्रमिक सोमराज ने बताया कि हजारों कट्टरपंथी गैर कश्मीरी मुस्लिमों व हिन्दुओं को कश्मीर छो़ड़ने का ऐलान कर रहे हैं। उपद्रवी इनके घरों में घुसकर उनकी जमा पूँजी छीनकर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। अभी भी करीब 5000 श्रमिक घाटी में फँसे हुए हैं। मारपीट के डर से ये लोग दिन में बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। रेलवे ने कश्मीर से आने वाले सभी श्रमिकों को हरसंभव सहायता देने के इंतजाम किए हैं।
जम्मू में दी गिफ्तारियाँ : उधर अमरनाथ जमीन मामले पर जम्मू में बवाल अभी थमा नहीं है। मंगलवार को जेल भरो आंदोलन के दूसरे दिन एक लाख से अधिक लोगों ने गिरफ्तारियाँ दीं। सोमवार को सवा दो लाख लोगों ने गिरफ्तारियाँ दी थीं। आंदोलनकारियों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। एक तरफ कार्यकर्ताओं का जोश कम नहीं पड़ रहा, वहीं उन्हें रखने के लिए जमीन कम पड़ गई है और सुरक्षाबलों के लिए इन्हें संभाल पाना मुश्किल हो गया है।
तीन दिवसीय शांति : कथित आर्थिक नाकेबंदी हटाने के लिए आठ दिनों तक कश्मीर में जारी विरोध प्रदर्शनों के बाद अलगाववादियों द्वारा तीन दिन के लिए हड़ताल वापस लेने से जनजीवन सामान्य हो गया।