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Written By WD
Last Modified: शुक्रवार, 22 नवंबर 2013 (11:40 IST)

अल्पसंख्यकों के सम्मान से खिलवाड़ नहीं होगा

अरविंद शुक्ला

अल्पसंख्यकों के सम्मान से खिलवाड़ नहीं होगा -
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मुलायम सिंह यादव ने बरेली में जिस विराट सभा को संबोधित किया उसमें किसान, मुसलमान, नौजवान बड़ी तादाद में पूरे जोश-खरोश के साथ मौजूद थे। मुस्लिम महिला भी बड़ी तादाद में समाजवादी पार्टी को अपना समर्थन देन टोलियों में आई थीं।

स्पष्ट है कि आगरा की मोदी रैली को जनसमर्थन नहीं रहा, क्योंकि उसमें समाज के सभी वर्गों के लोग नदारद थे। मोदी के नकारात्मक भाषण के विपरीत मुलायम सिंह यादव ने बरेली के विराट जनसंगम में किसानों, नौजवानों और मुसलमानों सहित पिछड़ों और गरीबों के भविष्य के प्रति चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा उनके हित में उठाए गए कदमों की भी चर्चा की।

उन्होंने देश के समक्ष सांप्रदायिकता के खतरे के प्रति भी सचेत किया और संकल्प दुहराया कि अल्पसंखयकों की रोजी-रोटी और सम्मान के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। पिछड़ों को विकास के सभी अवसर दिए जाएंगे।

इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और नगर विकास मंत्री मो. आजम खां ने अपने ओजस्वी भाषणों में भाजपा-कांग्रेस के विकल्प में समाजवादी पार्टी को कामयाब बनाने की अपील की। इस महासभा की अध्यक्षता मो. आजम खां ने और संचालन सांसद धर्मेन्द्र यादव ने किया।

आगरा की रैली में नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के समक्ष उपस्थित महंगाई, भ्रष्टाचार, बेकारी जैसे मुद्‌दों पर कोई सकारात्मक चर्चा नहीं की। वे अपने गुजरात मॉडल की बड़ाई ही बार-बार दुहराते हैं। 22 करोड़ के उत्तरप्रदेश को 6 करोड़ के गुजरात की कहानी बार-बार सुनकर अपच होने लगी हैं।

भाजपा ने जिन्हें अपना भावी प्रधानमंत्री घोषित किया है उनकी देशव्यापी सोच और दिशा की कहीं हल्की-सी झलक भी उनके भाषणों में देखने को नहीं मिलती है। मोदी ने अपने आरएसएस के श्रोताओं को निराश किया है।

आगरा की रैली में भाजपा ने अपने दो विधायकों सोम और सुरेश राणा को सम्मानित कर साबित कर दिया है कि उसे सांप्रदायिकता का जहर फैलाने का ही काम करना है, जो मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिकता फैलाकर हिंसा को प्रोत्साहित करने के दोषी हैं उन्हें महिमामंडित करना संविधान और अदालत की घोर अवमानना है।

कानून के रास्ते में रोड़ा अटकाने वाली इन हरकतों का संज्ञान लेकर राज्य सरकार सख्त कार्यवाही करेगी। प्रदेश में सांप्रदायिकता को सिर न उठाने देने का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का संकल्प है, समाजवादी पार्टी इसके लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी सरकार की विकास योजनाओं की चर्चा की और कहा कि प्रदेश में अब कानून का राज होगा तथा सबको न्याय मिलेगा।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि बरेली में समाजवादी पार्टी की महासभा के मुकाबले आगरा की भाजपा रैली फुस्स होकर रह गई। बरेली में जहां जनसैलाब उमड़ पड़ा, वहीं आगरा में आरएसएस की प्रायोजित भीड़ के बावजूद सभा स्थल का बड़ा भाग हिस्सा खाली दिखाई पड़ा। जनता अब मोदी के नाटकीय भाषणों को ऊबाई मानने लगी है।