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Last Updated :वड़ोदरा , बुधवार, 10 सितम्बर 2014 (19:06 IST)

वड़ोदरा में बाढ़ जैसे हालात, सेना की मांगी मदद

वड़ोदरा में बाढ़ जैसे हालात, सेना की मांगी मदद - Vadodara, floods, Indian Army
वड़ोदरा। गुजरात में विश्वामित्री नदी के उफान पर आने के बाद और वड़ोदरा में 2 लाख से अधिक  लोगों के सामने बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के पश्चात नगर निकाय ने जलमग्न रिहायशी क्षेत्रों में  फंसे लोगों को खाद्य पैकेट प्रदान करने के लिए सेना की मदद मांगी है।
वड़ोदरा के निगम आयुक्त मनीष भारद्वाज ने कहा कि हमने प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टरों से खाद्य  पैकेट एवं पेयजल की बोतलें गिराने के लिए मदद की गुहार लगाते हुए सेना से संपर्क किया है,  क्योंकि शहर के कई क्षेत्रों में पानी भर जाने के कारण उन तक राहत सामग्री की आपूर्ति कठिन है।
 
वड़ोदरा नगर निगम (वीएमसी) की स्थाई समिति के अध्यक्ष हितेंद्र पटेल ने बताया कि शहर के  पश्चिमी हिस्से में ज्यादातर इलाकों के जलमग्न हो जाने के कारण 2 लाख से अधिक लोग प्रभावित  हुए हैं।
 
उन्होंने कहा कि बुरी तरह से प्रभावित इलाके पानीगेट, कारलीबाग, मांडवी, सयाजीगंज और मुंझमाहुदा  हैं, जहां आवासीय क्षेत्रों में पानी घुस गया है। प्रशासन ने मंगलवार को इन इलाकों से 1,500 लोगों  को और बुधवार को 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
 
वड़ोदरा में नदी के पास स्थित सर सयाजीराव गायकवाड़ अस्पताल और चिड़ियाघर में भी पानी घुस  गया है जिसके कारण अधिकारियों को चिड़ियाघर के कुछ जानवरों को वहां से अन्यत्र ले जाना पड़  रहा है। विश्वामित्री नदी पर बने सभी तीनों पुल बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने सभी स्कूलों और  कॉलेजों को भी बंद करने का निर्देश दिया है।
 
विश्वमित्री नदी में जल का स्तर फिलहाल 33.5 फुट है, जो खतरे के निशान 26 फुट से अधिक है। नदी के जलग्रहण क्षेत्रों और अजवा बांध पर मंगलवार को लगातार बारिश हुई इसके कारण नदी में  पानी छोड़ा गया था।
 
भारद्वाज ने कहा कि वीएमसी ने बुधवार को सुबह साढ़े 5 बजे से शहर के बाहरी इलाके में स्थित अजवा बांध से पानी छोड़ना बंद कर दिया है। यह तब किया गया था जब विश्वामित्री नदी शहर के  मध्य भाग में खतरे के निशान 26 फुट से 7.6 फुट ऊपर बह रही थी।
 
उन्होंने कहा कि बांध के 128 वर्ष के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पानी का स्तर 215 फुट  को पार कर गया जबकि इसकी क्षमता 214 फुट है। नगर प्रशासन ने मंगलवार को जलस्तर के  215 फुट तक पहुंच जाने के बाद बांध के 62 गेट खोल दिए थे। नगर के अग्निशमन प्रशासन ने  बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए नौकाएं तैनात की हैं। (भाषा)