पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो पाक जैसा होता भारत-कांचा इलैया
दलित एक्टिविस्ट और लेखक कांचा इलैया ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में विवादित बयान दिया है। रविवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगर अगर पंडित नेहरू की जगह पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनते तो भारत बिल्कुल पाकिस्तान के जैसा होता और हमारे देश में लोकतंत्र रह पाता।
इलैया ने कहा, ‘अगर पटेल पहले पीएम होते तो वह कभी अंबेडकर से संविधान नहीं लिखवाते। वह हिंदू महासभा के करीब थे। शायद तब ‘मनुस्मृति’ में विश्वास रखने वाले संविधान लिखते।’ 2014 चुनाव में मोदी ने पटेल की तुलना नेहरू की थी 2014 लोकसभा चुनाव में जब नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उन्होंने कांग्रेस पर पटेल की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था। मोदी ने अपनी कई चुनावी रैलियों में बार-बार पटेल का जिक्र करते हुए कहा था कि कई पटेल भारत के पहले पीएम होते तो आज भारत की तस्वीर अलग होती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार पटेल के विचारों को बेहद अहम मानते हैं और छोटी-बड़ी रियासतों को शामिल कर भारतीय गणराज्य बनाने के पीछे उनकी अहम भूमिका मानते हैं। गुजरात में पटेल की प्रतिमा बनाने का भी कार्य चल रहा है, जिसे ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का नाम दिया गया है। मोदी की ख्वाहिश है कि यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बने।
कई किताबें लिख चुके हैं इलैया ने यह बात एक अंग्रेजी अखबार के ‘लिट फेस्ट’ में कही। आंध्र प्रदेश के रहने वाले कांचा इलैया दलितों के लिए लिखते रहे हैं। उन्हें काफी बड़ा लेख माना जाता है। वह ‘व्हाय आई एम नॉट ए हिंदू’, ‘पोस्ट-हिंदू इंडिया’, ‘ए डिस्क्लोजर इन दलित-बहुजन’, सोश्यो स्पिरिच्युअल एंड साइंटिफिक रिवॉल्यूशन’ जैसी किताबें लिख चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की यह कहकर आलोचना की थी कि वह घोषित ओबीसी पीएम हैं, लेकिन उन्होंने दलितों के लिए कोई काम नहीं किया।